छपरा. शहर को स्वच्छ बनाने की दौड़ में छपरा नगर निगम इतना तेज दौड़ा कि उसे सड़कों पर लगने वाले कूड़े के ढेर भी नहीं दिखायी दे रहे हैं. महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने दीपावली और छठ पूजा के दौरान शहर का दौरा कर नगर निगम अधिकारियों को कई जगह कूड़े के ढेर दिखाए थे. उन्होंने सफाई एजेंसी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा था कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य तो ठीक से कराया नहीं जा रहा है. उन्होंने सख्त आदेश दिए थे. वार्ड पार्षदों और लोगों ने भी उनसे सफाई एजेंसी के खिलाफ कई शिकायत की थी. वर्तमान स्थिति यह है कि गलियों में कूड़ा कलेक्शन के लिए ठेला और गाड़ियां जा नहीं रही है और नगर निगम क्षेत्र के चौक-चौराहा से डस्टबिन भी गायब हो गया है.
बड़े और छोटे सभी प्रकार के डस्टबिन गायब
शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर तीन साल पहले बड़े और छोटे डस्टबिन लगाए गए थे. बड़े डस्टबिन लोहे के थे जबकि छोटे डस्टबिन गीला और सूखा कचरा के हिसाब से शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर लगाए गए थे. बड़े डस्टबिन के लिए कंपैक्टर मशीन की खरीदारी हुई थी. लाखों रुपये खर्च किए गए थे. अब ना डस्टबिन दिख रहा है और ना ही कंपैक्टर मशीन. पूर्व के वार्ड आयुक्त बताते हैं कि एक करोड़ से अधिक रुपये खर्च किए गए थे और कचरा के रखरखाव के लिए सामानों की खरीदारी हुई थी आज की स्थिति में सभी चौक-चौराहा से यह सभी गायब हैं.शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर
शहर में नगर निगम डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को ठीक से लागू नहीं कर पाया है. शहर में 30 प्रतिशत से अधिक घरों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है. ऐसे में लोग सड़कों के किनारे और डंपिंग प्वाइंट पर कूड़ा डाल रहे हैं, जबकि एजेंसी द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. यदि नगर निगम डस्टबिन की व्यवस्था कर देता तो चौक चौराहा पर खुले में कचरा नहीं फेके जाते.
शहर की मार्केट, बस स्टैंड व चौक इत्यादि पर लोग कोई डस्टबिन न मिलने पर कचरा सड़क पर ही फेंक देते हैं. इससे शहर की वातावरण प्रदूषित होता है. शहर में सुंदरता और स्वच्छता भी प्रभावित होती है. इससे आने वाली पीढ़ी को भी गलत आदत लगती है. क्योंकि अभी तक सार्वजनिक स्थानों पर ऐसे ही कहीं भी वेस्ट डाल दिया जाता है.क्या कहते हैं नगर आयुक्त
चौक-चौराहों पर डस्टबिन लगाने को लेकर योजना बना रही है. बोर्ड द्वारा पारित होने के बाद जहां जरूरत होगी वहां डस्टबिन लगाया जायेगा. आम लोगों को भी डस्टबिन उपलब्ध कराया जाएगा.सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगमसफाई एजेंसी की लापरवाही को लेकर आए दिन क्लास लगायी जाती है. शहर के चौक-चौराहों पर कूड़ा इकट्ठा नहीं होने दिया जाता है. बावजूद डस्टबिन की खरीदारी और अन्य व्यवस्था के लिए तैयारी हो रही है.
लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौर, नगर निगमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है