छपरा/सोनपुर.
सोनपुर मेला सुबह से ही गुलजार हो जा रहा है. देर रात 12 से एक बजे तक यहां भीड़ जुट रही है. इस साल मेले में आने वालों की संख्या गत वर्ष की तुलना में 20 फीसदी अधिक बतायी जा रही है. वीकेंड में सबसे अधिक लोग मेला देखने आ रहे हैं. बीते शनिवार को करीब दो लाख लोग मेला देखने पहुंचे थे. वहीं रविवार को तीन लाख से अधिक लोग मेला देखने आये. बता दें कि मेले में आने वाले लोग सरकारी प्रदर्शनियों को देखने के लिए भी काफी उत्साहित है. खासकर आपदा विभाग की प्रदर्शनी तथा पीएचइडी विभाग की प्रदर्शनी को देखने के लिए लोग भारी संख्या में जुट रहे हैं. जीविका दीदी के स्टॉल पर भी भीड़ जुट रही है. जीविका दीदियों द्वारा खाजा, रसगुल्ला समेत कई मिठाइयों के स्टाल लगाये गये हैं. जिसका स्वाद भी लोग ले रहे हैं. जीविका दीदी के स्टॉल पर कई हैंडमेड सामग्री भी उपलब्ध है. जिसे लोग बहुत ही चाव से खरीद रहे हैं. कृषि विभाग की प्रदर्शनी में भी किसानों को उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी दी जा रही है. कई किसान यहां से खेती की तकनीक सीख रहे हैं. वहीं उन्नत किस्म के बीज भी खरीद कर ले जा रहे हैं.
स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ हो रही मेले की शुरुआत: यहां आये लोग सबसे पहले सोनपुर मेला में मिल रहे स्वादिष्ट व्यंजनों के स्वाद को चखने के साथ शुरुआत कर रहे हैं. देसी व्यंजनों की डिमांड अधिक है. खासकर लिट्टी-चोखा, लिट्टी-घुघनी, मछली-चावल, हलवा पूरी, मियां मिठाई, रेवाड़ी आदि की की डिमांड दिख रही है. मेला में पिज्जा, बर्गर भी मिल रहा है. जिसे खाने के लिए भी लोग स्टॉल पर पहुंच रहे हैं. सोनपुर मेला की शान कहे जाने वाले स्वादिष्ट जलेबी व इमरती के शौकीन भी काफी संख्या में है. लोग गुड़ की जलेबी खरीद कर इसका भरपूर आनंद ले रहे हैं.
दूसरे प्रदेशों से भी आ रहे लोग: बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा दूसरे राज्यों के जिलों से भी लोग मेला देखने पहुंच रहे हैं. खासकर उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर, लखनऊ आदि जगहों से मेला देखने आने वालों की संख्या अधिक है. लखनऊ से हाजीपुर की सीधी ट्रेन पड़कर लोग यहां पहुंच रहे हैं. वहीं पटना से भी बड़ी संख्या में इस बार मेला देखने लोग पहुंच रहे हैं. कोलकाता के आसनसोल से भी मेला देखने आने वालों की संख्या दिख रही है. राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ आदि इलाकों से भी मेला देखने लोग आये हैं. पर्यटक ग्राम में भी करीब 10 राज्यों के सैलानियों ने बुकिंग करायी है. वही इस समय लगन को लेकर जो लोग दूसरे राज्यों से अपने रिश्तेदारों घर पहुंच रहे हैं. वह भी शादी विवाह का आयोजन समाप्त होने के बाद सीधे मेला क्षेत्र का रूख कर रहे हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है