छपरा. सरयू व गंगा नदी का जलस्तर बढ़ते ही शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सोनारपट्टी घाट, सीढ़ी घाट, रावल टोला, दहियावां, रतनपुरा आदि निचले इलाकों में बसे लोग अपने सामानों के साथ सुरक्षित स्थानों पर पलायन कर रहे हैं. शहर के सीढ़ी घाट निवासी अशोक कुमार ने बताया कि दो दिन पूर्व से ही जल स्तर बढ़ने लगा था, जिसे लेकर आसपास के लोगों की चिंताएं बढ़ गयी थीं. मंगलवार को पानी के पूरे इलाके में प्रवेश कर जाने से लोगों को अपने सामानों के साथ सुरक्षित स्थानों तक पलायन करने की मजबूरी बन गयी. चूल्हा, चौकी व कुछ अन्य रोजमर्रा के सामानों के साथ लोग ऊंचे स्थानों पर डेरा डाल रहे हैं. रूपगंज के निचले इलाके के रहने वाले रंजीत कुमार ने बताया कि उनका घर नदी घाट के किनारे ही बसा है. हर साल उन्हें परिजनों के साथ बाढ़ के दौरान पलायन करना पड़ता है. गत वर्ष बाढ़ की स्थिति इतनी भयावह नहीं हुई थी, लेकिन इस बार बाढ़ का पानी निचले इलाके में आ चुका है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जलस्तर में और अधिक बढ़ोतरी हुई तो शहर के भी कुछ मुहल्लों में पानी समा जायेगा. रूपगंज, सोनारपट्टी, जगदंबा रोड, दहियावां, नवीगंज, अजायबगंज मुहल्ले जो निचले क्षेत्र में बसे हैं. वहां के लोग चिंतित दिख रहे हैं. प्रशासन भी अलर्ट मोड में है. जो लोग भी बाढ़ से प्रभावित हो रहे हैं. उन्हें हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है. हालांकि अब तक बुनियादी रूप से इन बाढ़ प्रभावित लोगों तक कोई सुविधा नहीं पहुंच सकी है, जिससे लोगों में थोड़ा आक्रोश भी नजर आ रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है