छपरा. जिला मुख्यालय स्थित नगर निगम क्षेत्र से सटे सरजू नदी के किनारे के 28 छठ घाटों को दुरुस्त करने की जरूरत है. हालांकि इनमें से कई घाट काफी बेहतर है. लेकिन कुछ घाट ऐसे है जिनके पहुंच पथ काफी संकरे है. जहां दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बनी रहती है. कई सड़कों के किनारे काफी गड्ढे हैं ऐसे में परेशानी छठ पूजा करने वाली महिलाओं और आम लोगों के लिए के लिए बरकरार रहेगी. बरहमपुर का शिव शक्ति घाट सज कर तैयार : शहर के शिव शक्ति घाट को आम छठ व्रतियों के लिए काफी सुविधाजनक बनाया गया है. इसे दुल्हन की तरह सजा दिया गया है. पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि दशहरा बाद से ही छठ घाट और वहां तक जाने वाले रास्ते की तैयारी शुरू कर दी जाती है. रास्ते में पडने वाले एक पुल को बनाने में करीब एक सप्ताह लग जाता है. पुल निर्माण के लिए 300 बालू भरे हुए बोरे लगते हैं, 100 से अधिक बांस लगते हैं, तब जाकर पुल का निर्माण होता है. और छठ व्रती घाट तक आसानी से अपने वाहन के साथ पहुंच सकते हैं. सदस्यों ने यह भी बताया कि यहां निशुल्क पूजा सामग्री भी उपलब्ध कराई जाती है.
निर्मल जलधारा में स्नान के लिए बेहतर है दौलतगंज का रामपुकार सिंह घाट
शहर के दौलतगंज स्थित रामपुकार सिंह घाट सैकड़ों वर्षो से आम शहरवासियों के लिये सुविधाजनक है. छठ व्रतियों के लिए तो यह हरिद्वार से कम नहीं है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि शहर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित सरजू नदी का जल धारा बिल्कुल स्वच्छ और निर्मल है. साथ ही यहां का घाट भी काफी सपाट है. जिससे लोगों को पूजा-अर्चना करने में कोई परेशानी नहीं होती. साथ ही किसी तरह के घटनाये भी नहीं हो पाती. समिति के सदस्य राकेश कुमार सिंह के अनुसार यह शहर का सबसे सुंदर घाट है. इस घाट पर छठ पूजा करने वालों के लिये निशुल्क पूजा सामग्री दी जाती है.गुदरी में सात घोड़ों पर सवार भगवान सूर्य की प्रतिमा होंगे आकर्षण का केंद्र
शहर के गुदरी बाजार चौक पर गुदरी बाजार पूजा समिति के तत्वाधान में निशुल्क पूजा सामग्री वितरण काउंटर बनाया जायेगा. यहां पर भगवान सूर्य के सात घोड़े पर सवारी करते हुये प्रतिमा स्थापित की जा रही है जोकि आकर्षण का केंद्र बनेंगे. समिति के सदस्यों ने बताया कि हर साल यह प्रतिमा स्थापित की जाती है और यहीं से छठ व्रतियों को निशुल्क पूजा सामग्री दी जाती है 2 दिनों तक काउंटर लगता है यहां ध्वनि विस्तारक यंत्र भी लगाया जाता है ताकि हर प्रकार की सूचना छठ व्रतियों को दी जा सके. सबसे बड़ी बात है कि यहां पहलेअर्घ्य के दिन से ही चाय वितरण का कार्य शुरू हो जाता है जो कि दूसरे दिन तक जारी रहता है.इन घाटों पर भी जाते हैं हजारों लोग
शहर के छोटा ब्रह्मपुर घाट,बड़ा ब्रह्मपुर घाट, वार्ड नंबर 5, 7 व वार्ड नंबर 9 चेयरमैन साहब घाट, वार्ड नंबर 11 गांधी उच्च विद्यालय घाट, वार्ड नंबर 12 धर्मनाथ मंदिर घाट,वार्ड नंबर 14 सत्यनारायण मंदिर घाट, वार्ड नंबर 16 नेवाजी टोला घाट, वार्ड नंबर 17 केदार सिंह घाट, उमानाथ मंदिर घाट, वार्ड पार्षद मुन्ना अंसारी के घर के दक्षिण घाट, सोनार पट्टी घाट, जगन्नाथ राय के घर के दक्षिण घाट, राजनाथ राय के घर के दक्षिण घाट, दहियावा डीह घाट, लक्ष्मी घाट, श्रीघाट, रावल टोला घाट ,छोटा तेलपा घाट, बिचला तेलपा घाट, बड़ा तेलपा घाट, वार्ड नंबर 42 का घाट, साई टोला तेलपा घाट, वार्ड नंबर 45 का घाट की मॉनिटरिंग करने की आवश्यकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है