छपरा. सारण में चल रहे भूमि सर्वेक्षण के कार्य में तेजी आ गयी है.अचानक आई तेजी से अधिकारी भी गदगद है. दरअसल 1600 गांव में शिविर लगाए जाने के बाद अब जमीन मालिकों के कागजात जमा किए जा रहे हैं. लेकिन 10 सितंबर तक स्थिति काफी खराब थी. अब स्थिति में अचानक सुधार हो गई है. अब हर अंचल में कागजात जमा करने की होड़ मच गई है. इतनी भीड़ देखकर और लोगों में जागरूकता देख कर अधिकारी भी खुश हो रहे हैं. जिला बंदोबस्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले 10 हजार के लगभग प्रपत्र2 जमा हुए थे, लेकिन 48 से 72 घंटे के अंदर 6 हजार से अधिक प्रपत्र जमा हुए हैं. अब तक 16500 पर पत्र जमा हो चुके हैं इसका मतलब है कि लोगों में जागरूकता आई है. जितने भी प्रपत्र 2 जमा हुए हैं, इनमें 20 फ़ीसदी ऑनलाइन जमा हुए हैं जिनकी संख्या 2500 के आसपास है वही ऑफलाइन आए प्रपत्र दो की संख्या 14000 के आसपास है. गौरतलब हो कि इस तरह जमीन मालिक जो कि बाहर रह रहे हैं वह ऑनलाइन कागजात जमा करने में रुचि दिखा रहे हैं.
एक बार फिर बढ़ी खतियान लेने की संख्या : रिकॉर्ड रूम से खतियान प्राप्त करने वाले आवेदक की संख्या भी बढ़ गई है. बीच में यह संख्या कम हो गई थी, लेकिन 48 से 72 घंटे के अंदर इनकी संख्या में वृद्धि हुई है. 1200 से 1500 आवेदन प्रतिदिन आने लगे हैं. हालांकि 20 से 25 फ़ीसदी डिस्पोजल प्रतिदिन हो रहा है क्योंकि नकल देने की प्रक्रिया काफी पेचीदगी भरी होती है ऐसे में थोड़ी परेशानी हो रही है. नकल देने के लिए खतियान या फिर कागजात को फोटो स्टेट या स्कैनर से गुजरना पड़ता है. इसमें समय लगता है इसीलिए परेशानी हो रही है.अधिकारी बोले, सारण में सफल होगा सर्वेक्षण
सर्वेक्षण को लेकर कई तरह की हो रही बातों को लेकर सहायक जिला बंदोबस्त पदाधिकारी इंद्रासन साह ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है सर्वेक्षण रुकने वाला नहीं है और यह किसी तरह से नुकसानदायक भी नहीं है, यह केवल फायदा देगा क्योंकि इससे सारे विवाद समाप्त हो जाएंगे. कोर्ट कचहरी और अधिकारियों के पास जमीन संबंधित जो भी विवाद आ रहे है उनमें कमी आएगी. लगभग 100 साल बाद सर्वेक्षण हो रहा है ऐसे में यह जरूरी था और इसमें आम लोगों को सहयोग देना चाहिए. सर्वेक्षण के दौरान और सर्वेक्षण के बाद किसी तरह का कोई सामाजिक विवाद नहीं होगा. क्योंकि प्रशासन पूरी तरह से चुस्त दुरुस्त है.काफी संख्या में आ रहे हैं आनलाइन आवेदन
लोगों में जागरूकता आई है. शायद यही कारण है कि शिविर कार्यालय में भीड़ हो रही है. लोग आवेदन जमा कर रहे हैं. सबसे बड़ी बात है कि ऑनलाइन भी काफी संख्या में आवेदन आ रहे हैं. सर्वेक्षण पूरी तरह से सफल होगा. संजय कुमार, जिला बंदोबस्त पदाधिकारी, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है