राज्य के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 11,334 पदों पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होगी. इनका चयन बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से होगा. शिक्षा विभाग जल्द ही सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से बीपीएससी को अधियाचना भेजेगा. प्रधानाध्यापकों की कुल रिक्तियों में छह हजार पद पुराने हैं. पूर्व में 6421 पदों पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी हुआ था, जिनमें 421 पदों पर ही नियुक्ति हुई थी. वहीं, 5,334 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति के लिए कैबिनेट की स्वीकृति ली गयी है. इस तरह अब 11,334 पदों के लिए लिखित परीक्षा के आधार पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होगी. खास बात यह कि उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक संवर्ग का गठन भी होगा. इसके अलावा राज्य में 29 हजार मध्य विद्यालय हैं. उनमें से रिक्त पड़ेप्रधानाध्यापक के पदों को चिह्नित किया जा रहा है, जिन पर आयोग के माध्यम सेलिखित परीक्षा के आधार पर नियुक्ति होगी.
राज्य के एक लाख 20 हजार नवनियुक्त शिक्षकों को पहले की नाैकरी छोड़नी होगी. शिक्षा विभाग ने आदेश में साफ का दिया है कि योगदान के पहले उन्हें पूर्व की नौकरी से त्यागपत्र देना होगा. एनओसी भी जमा करनी होगी. इन प्रमाण पत्रों के साथ नवनियुक्त शिक्षकों को 30 नवंबर तक योगदान करने की हिदायतदी गयी है. शिक्षा विभाग ने नये शिक्षकों के योगदान को लेकर निर्देश जारी किया है. विभाग ने कहा है कि पूर्व से नियोजित शिक्षक पुराने स्कूल के प्रधानाध्यापक से प्रमाणपत्र लेकर आयेंगे कि उनके खिलाफ कोई आरोप लंबित नहीं हैं. नियोजन इकाई से अनापत्ति प्रमाणपत्र भी नयी जगह पर योगदान देने के पहले जमा करेंगे. केंद्र अथवा राज्य के किसी विभाग में कार्यरत नये शिक्षकों के मामले में अपने वर्तमान कार्यालय से विरमन पत्र एवं आरोप आदि लंबित नहीं रहने का प्रमाणपत्र देंगे.
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शिक्षा विभाग के मुताबिक बीपीएससी से चयनित छह जिलों के शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया है. इसमें कैमूर, वैशाली, शेखपुरा, कटिहार, किशनगंज और शिवहर के शिक्षक शामिल है. वहीं, बाकी जिलों के शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने पर विभाग काम कर रहा है. अगले दो दिनों में स्कूल आवंटन का काम पूरा हो जायेगा. विभाग ने जिलावार आवंटित स्कूलों की सूची भी अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है. इसके माध्यम से चयनित शिक्षक देख सकते हैं कि उन्हें किस स्कूल में योगदान देना है. अब शिक्षक अपने जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से नियुक्ति पत्र प्राप्त कर संबंधित स्कूल में योगदान देंगे. विभाग ने कहा है कि जिन शिक्षकों को स्कूल आवंटित हो गये हैं, उन्हें योगदान देने के लिए दो दिनों का समय रहेगा.