सासाराम ऑफिस. शहर के दरगाह दरवाजा स्थित सैयद शाह बुढ़न दीवान उर्फ छोटे व बड़े दीवान रहमतुल्ला अलैह का 449वां सालाना उर्स हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. दो दिवसीय सालाना उर्स रविवार की देर शाम लंगरखानी व फातिहाखानी के साथ संपन्न हो गया. उर्स के दौरान अकीदतमंदों ने छोटे व बड़े दीवान रहमतुल्ला अलैह के मजार पाक पर गुलपोशी व चादरपोशी की. साथ ही लंगर भी बांटा गया. दिल्ली से आये सज्जादानशीन सय्यद शाह शब्बीर अहमद फिरदौसी ने बताया कि दोनों दीवान का उर्स कदीमी कई साल से सिलसिला चला आ रहा है. सिलसिलेवार तरीके से इस साल भी 449वां उर्स पाक बड़े ही शान व शौकत के साथ मनाया गया. अकीदतमंदों ने दरगाह पर अकीदत के फूल व चादर पेश कर अमन-चैन व खुशहाली की दुआएं मांगीं. गौरतलब है कि सज्जादानशीन के घर आने का यह खानदानी सिलसिला है, जो सैकड़ों वर्षों से चला आ रहा है. उनके तमाम खानदान के लोग दिल्ली में रहते हैं और यह कदीमी उर्फ मनाने के लिए सासाराम आते हैं, जो उनके बाबा व अजदाद के जमाने से चला रहा है.
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