Sasaram News: कृषि पंडित महाकवि घाघ ने खेती को उत्तम माना है. उन्होंने कहा है कि उत्तम खेती, मध्यम बान, निषिद्ध चाकरी, भीख निदान. किसी मानव के लिए खेती सबसे अच्छा कार्य है. कारोबार करना मध्यम कार्य है और नौकरी सबसे निकृष्ट कार्य है. घाघ ने भीख को जीवन का अंतिम उपाय कहा है. इसीलिए, जीवन के सबसे अच्छे कार्य खेती की शुरुआत से पहले अपने इष्टदेव की पूजा का विधान है. इसी विधान के तहत कृषि कार्यारंभ के नक्षत्र आर्द्रा में सासाराम शहर के महावीर स्थान मंदिर में भगवान हनुमानजी की पूजा करने मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
खेती में बाधा ने आए, इसलिए की प्रार्थना
पूजा करने के लिए कोई घर से रोट (मिठी पुरी), कोई लड्डू, कोई गुड़ के शरबत के साथ गुलगुला लेकर पहुंचा और हनुमानजी को अर्पित किया. इसके साथ ही भगवान से अच्छी बारिश होने और खेती में कोई बाधा नहीं आये, इसके लिए प्रार्थना की.
मंगलवार हनुमानजी का दिन
मान्यता है कि मंगलवार को हनुमानजी के दर्शन करने से पूरा सप्ताह मंगल होता है. ऐसे में साप्ताहिक मंदिर जाने वालों के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आये श्रद्धालुओं के कारण मंदिर परिसर में मेले जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया. बारिश के बीच भी श्रद्धालु आते-जाते रहे.
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प्रशासनिक व्यवस्था रही शून्य
सबसे बड़ी बात है कि महावीर मंदिर ट्रस्ट के पदेन अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी हैं. बावजूद इसके आर्द्रा मेले को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था लगभग शून्य रही. सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं था. श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस बल तक नहीं दिखे. इस संबंध में ट्रस्ट के सदस्य राजकुमार सिंह व पारस खत्री आदि ने बताया कि इस बार मंदिर में किसी तरह की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं. सुरक्षा के लिए पुलिस बल की जरूरत है, पर कोई देखने वाला नहीं है.
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