Bihar Crime : सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धुआ गांव निवासी हरि प्रसाद सिंह का बेटा धनजी सिंह ही अपने ही पिता का हत्यारा निकला. हत्या के आरोप में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी सोमवार को सदर एसडीपीओ कार्यालय में प्रेसवार्ता कर एसडीपीओ दिलीप कुमार ने दी.
कुल्हाड़ी से मारकर की पिता की हत्या
एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि विगत आठ जनवरी की शाम करीब 6.30 बजे धुआ गांव से सुंभा कठडिहरी रोड के किनारे पटवन कर रहे हरि प्रसाद सिंह की उनके बेटे धनजी ने पीछे से कुल्हाड़ी से प्रहार कर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने आवेदन देकर मुफस्सिल थाने में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
बेटा ही निकला हत्यारा
एसडीपीओ ने बताया इस मामले का अनुसंधान किया जा रहा था. काफी अनुसंधान के बाद पता चला कि बेटा ही हत्यारा है. मुफस्सिल थानाध्यक्ष रौशन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. उसके बाद धनजी को गिरफ्तार कर लिया गया.
मुआवजे का पैसा बना कारण
हरि प्रसाद सिंह व उनके बेटे धनजी के बीच पैसों के लेनदेन का विवाद चल रहा था. धनजी अपने पिता का इकलौता पुत्र है. पूछताछ के दौरान आरोपित ने स्वीकारा कि हमारी कुछ जमीन का रेलवे के द्वारा अधिग्रहण किया गया है. इसमें मुआवजा करीब 15 लाख रुपये मिला था. जब से मुआवजा के पैसे मिले थे, तब से मेरे पिता अपने भाई के घर रहने लगे थे. मुझे एक कौड़ी भी नहीं दे रहे थे. इसी को लेकर बाप-बेटे में नहीं बन रही थी. इसके बाद ऐसा कारनामा सामने आ गया.
दो माह तक संशय में रही पुलिस की कार्रवाई
हरि प्रसाद की हत्या आठ जनवरी को हुई. उसके बाद 10 जनवरी को अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसके बाद से पुलिस जांच में जुट गयी. करीब दो माह तक पुलिस अज्ञात को तलाशने में जुटी रही. इसके बाद जब संदेह व्यक्त हुआ, तभी पुलिस आरोपित बेटे को गिरफ्तार कर सकी. नहीं तो खेला कुछ और ही हो जाता.