नौहट्टा. चुटिया थाना क्षेत्र के पंडुका गांव के पास बधार में शनिवार की रात करीब आठ बजे एक भैंसे ने विश्वनाथ मेहता (60) को पटक कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. अस्पताल ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गयी. सूचना पर चुटिया थाना पुलिस आयी, पर परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया. बताया जाता है कि शाम के समय विश्वनाथ महतो खेत पर घूमने गये थे. भैंसा उन्हें देखते ही टूट पड़ा और तीन बार उठा-उठाकर पटक दिया. आवाज पर ग्रामीण दौड़े और भैंसे को भगाया. ग्रामीण घायल को उठाकर अस्पताल ले जाने लगे, परंतु रास्ते में उनकी मृत्यु हो गयी. एमएलसी प्रतिनिधि भानू प्रताप मिश्र ने बताया कि 20 दिन पहले विजय मेहता (42) को भी इसी भैंसे ने बधार में दबाकर मारा था. उनकी इलाज के क्रम में 10 दिन पहले मौत हो गयी.
कई लोगों को कर चुका है घायल
इसके अलावा शंभू मेहता, जयराम मेहता सहित एक दर्जन लोगों को भैंसे ने मार कर घायल कर दिया था. कुंदन यादव को साइकिल पर लदे दूध सहित उठा कर पटक दिया था. भैंसे के आतंक से परछा पंडुका तिलोखर गांव के लोगों ने सड़क पर निकलना बंद कर दिया है. जब मामले की सूचना एमएलसी प्रतिनिधि ने सीओ, एसडीएम, वन विभाग, पशुपालन विभाग आदि को दी, तो सभी ने एक-दूसरे पर समस्या को टाल दिया. अधिकारियों का सपोर्ट नहीं मिलने पर करीब डेढ़ सौ लोगों ने कड़ा संघर्ष कर डेढ़ बजे दिन में भैंसे को पकड़ कर बांध दिया. भैंसा बांधने के बाद एमएलसी प्रतिनिधि ने फोन पर जिलाधिकारी को सारी समस्या सुनायी. पशुपालन विभाग के एपीओ चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि हमारा काम मवेशियों का इलाज करना है. रेजर हेमचंद्र मिश्रा ने बताया कि भैंसा वन्य जीव में नहीं आता है. जिलाधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि समस्या का समाधान तत्काल किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है