कोचस. सीमेंट लदा ट्रक रविवार की अहले सुबह करीब साढ़े पांच बजे सड़क किनारे खड़े हाइवा से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. आरा-मोहनिया राष्ट्रीय राजमार्ग 319 पर लहेरी पेट्रोल पंप के समीप हुई इस दुर्घटना में खलासी की मौत हो गयी. वहीं, चालक समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. खलासी की पहचान गाजीपुर (यूपी) जिले के गायघाट गांव निवासी वंशनारायण यादव के पुत्र 30 वर्षीय राहुल यादव के रूप में की गयी. घायलों में उसी गांव के उमाकांत यादव के पुत्र रोहित कुमार यादव व कमलेश्वर यादव के पुत्र रामचेला यादव शामिल हैं. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए सीएचसी लाया, जहां चिकित्सकों ने खलासी को मृत घोषित कर दिया. वहीं, अन्य दोनों घायलों की हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ट्रक बनारस से सीमेंट लेकर मलियाबाग जा रहा था. इस दौरान ट्रक ने सड़क की आधी बायीं तरफ खड़े हाइवा में टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि सीमेंट लदे ट्रक के परखचे उड़ गये. थानाध्यक्ष रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि सड़क की बायीं तरफ हाइवा खड़ा कर उसका चालक पेट्रोल पंप के पास सो रहा था. इसी बीच पीछे से तेज रफ्तार से आ रहा सीमेंट लदा ट्रक टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें सह चालक (खलासी) की मौत हो गयी है, जबकि अन्य दो गंभीर रूप से जख्मी है. घायलों का इलाज़ वाराणसी ट्राॅमा सेंटर में चल रहा है, जो खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. घटना की सूचना परिजनों को दी गयी है.
सड़क पर खड़े ट्रक बन रहे हैं हादसे का कारण
करीब छह माह पहले 4 दिसंबर को घटनास्थल से महज 500 मीटर की दूरी पर रूपीबांध गांव के समीप सूबे के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खां की सुरक्षा में चल रही रोहतास पुलिस की एस्काॅर्ट गाड़ी सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी. इसमें एस्कार्ट गाड़ी के चालक जमालुद्दीन खान नामक होमगार्ड जवान की घटनास्थल पर मौत और अन्य चार पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी थें. इसके अलावा 29 अप्रैल को सोहसा गांव के समीप गुजरात के पर्यटकों से भरी बस सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. इसमें चालक समेत 13 लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इस तरह पिछले छह महीने के भीतर सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराने की यह तीसरी घटना है. इसके बावजूद पुलिस-प्रशासन और परिवहन विभाग सबक नहीं ले रहा है. इस घटनाओं से इतर कई ऐसी छोटी-बड़ी घटनाएं सामने आयी हैं, जो सड़क किनारे आधी सड़क खड़े ट्रक से टकराने से हुई है. दुर्घटना के बाद लोगों का कहना है कि पुलिस या फिर परिवहन विभाग को सड़क किनारे खड़े वाहनों की मॉनीटरिंग करनी चाहिए. अधिकतर चालक अपनी गाड़ियां आधी सड़क पर ही खड़ी करते हैं, जिससे ऐसी दुर्घटना होती है. अगर हाइवा पूरी तरह सड़क किनारे होता, तो सीमेंट लदा ट्रक उससे नहीं टकराता और न ही खलासी की मौत होती.
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