सासाराम सदर. इंटरनेशनल क्रिकेट खिलाड़ी आकाशदीप को जिला प्रशासन ने स्वीप कार्यक्रम (वोट का प्रतिशत बढ़ाने के लिए होने वाले कार्यक्रम) के आइकॉन पद से हटा दिया है. एक निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के आरोप में आकाशदीप के विरुद्ध प्रशासन ने यह कार्रवाई की है. जिले में वोट प्रतिशत बढ़ाने की कवायद के तहत जिला प्रशासन ने जिले के इंटरनेशनल क्रिकेट खिलाड़ी आकाशदीप को स्वीप कार्यक्रम का आइकॉन बनाया था, ताकि लोकसभा चुनाव-2024 के सातवें चरण में जिले में एक जून को होने वाले मतदान का प्रतिशत बढ़ सके. आकाशदीप के कहने से अधिक से अधिक मतदाता प्रभावित होकर बूथ तक पहुंचे. लेकिन, स्वीप कार्यक्रम के लिए आइकॉन बने इंटरनेशनल क्रिकेट खिलाड़ी आकाशदीप पद की गरिमा बरकरार नहीं रख सके. वह एक निर्दलीय प्रत्याशी के प्रभाव में आ गये और उसके चुनाव प्रचार करने में लग गये. गौरतलब है कि विगत 25 मई की शाम शहर के फजलगंज स्थित न्यू स्टेडियम में स्वीप कार्यक्रम का आयोजन प्रशासन की ओर से कराया गया था. इसमें स्वीप कार्यक्रम की बिहार की आइकॉन लोक गायिका मैथिली ठाकुर के साथ इंटरनेशनल क्रिकेटर आकाशदीप को भी शामिल होना था. लेकिन, जब वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, तो लोगों में चर्चा होने लगी. जिले का आइकॉन कार्यक्रम में क्यों नहीं शामिल हुआ? तभी पता चला कि आकाशदीप को स्वीप के आइकॉन के पद से हटा दिया गया है. इसकी पुष्टि करते हुए जिला सामान्य शाखा प्रभारी पदाधिकारी सह स्वीप की नोडल पदाधिकारी नेहा कुमारी ने की. उन्होंने बताया कि जिले के स्वीप आइकॉन इंटरनेशनल क्रिकेट खिलाड़ी आकाशदीप को स्वीप कार्यक्रम से हटा दिया गया है. वह एक निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार करते पाये गये हैं, जो नियम के विरुद्ध है. किसी आइकॉन को किसी प्रत्याशी का चुनाव प्रचार से दूर रहना चाहिए. इन्हीं कारणों से आकाशदीप को निर्वाचन आइकॉन से हटा दिया गया है.
चुनाव प्रचार करने के आरोप में एक शिक्षक निलंबित
सासाराम ऑफिस. चुनाव प्रचार करने के आरोप में नगर निगम ने एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है. नगर निगम के नगर आयुक्त सह सचिव नगर नियोजन इकाई के आदेश के अनुसार शहर के प्राथमिक विद्यालय फाजिलपुर के नगर शिक्षक अमित कुमार को चुनाव प्रचार करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. निलंबन अवधि में अमित कुमार का मुख्यालय कन्या प्राथमिक विद्यालय सेमरा होगा. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय ने बताया कि प्राधिकृत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सह प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सासाराम के पत्र में बताया गया था कि लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के चुनाव प्रचार में उक्त शिक्षक संलिप्त हैं. इस संबंध में उक्त विद्यालय की प्रधानाध्यापिका से दूरभाष पर संपर्क करने पर पता चला कि शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर थे. लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के कारण बिहार नगर प्रारंभिक शिक्षक नियमावली 2020 के कंडिका 17 एवं 18 के आलोक में घोर लापरवाही, अनुशासनहीनता, कर्तव्यहीनता, स्वेच्छाचारिता एवं मनमानेपन का द्योतक मानते हुए निलंबित कर दिया गया है.
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