काराकाट. बिजली विभाग की लापरवाही से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. गोड़री पीएसएस की मनमानी से लोग परेशान है. शनिवार को 12 बजे से गुल हुई बिजली रविवार को दो बजे मिली. लोगों ने बताया कि गोड़ारी पीएसएस में सरकारी मोबाइल पर कॉल करने पर कोई रिसीव नहीं करता है. वहीं, काराकाट क्षेत्र में बिजली विभाग के जेइ भी फोन रिसीव नहीं करते हैं. बिजली विभाग से एसडीओ व एक्सक्यूटिव इंजीनियर भी लोगों का कॉल रिसीव नहीं करते. लोगों का आरोप है कि सरकारी मोबाइल उक्त सभी अधिकारियों को दिये गये हैं. लेकिन, बिजली के हालात की जानकारी एक भी अधिकारी देना मुनासिब नहीं समझते हैं. एक तरफ भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं, दूसरी तरफ बिजली विभाग लोगों को परेशान कर रखा है. बिजली विभाग के अधिकारियों की मनमानी से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गयी है. बिजली आपूर्ति की मनमानी से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
क्षेत्र के लोगों में नाराजगी
बिजली आपूर्ति को लेकर काफी मनमानी पर क्षेत्र के लोगों में नाराजगी है. गेहूं के फसल में बिजली से आग न लगी, इसको लेकर 15 दिनों से दिन में बिजली काट दी जाती थी. लेकिन, जब रबी फसल कट गयी, तब क्यों बिजली की आपूर्ति नहीं कि जाती है. लोगों का कहना है कि थोड़ी सी हवा झोंका आया, तो बिजली गायब, हल्की बारिश हुई तो बिजली कट गयी. अगर कोई बिजली के बारे में सूचना लेता है, तो बस एक ही बहाना नारायणपुर ग्रिड से बिजली कटी है. रात में अगर बिजली का फाल्ट हो जाये, तो रातभर बिजली का दर्शन नहीं होगा, सुबह में बिजली की उम्मीद की जा सकती है.
क्या कहते हैं लोग
अनियमित बिजली आपूर्ति व मनमानी करने वाले काराकाट जेइ, एसडीओ व एक्सक्यूटिव इंजीनियर का छह माह तक वेतन बंद करने की मांग जिलाधिकारी से की है. उक्त अधिकारियों का बिजली के कार्य से कोई लेना देना नहीं है. इसलिए वेतन पर रोक लगायी जाए . वेतन पर रोक लगाने की मांग करने वालों में संतोष कुमार, अजय कुमार सिंह, विनोद कुमार, दिनेश राम, सतेंद्र मिश्र, डब्लू सिंह, रोहित कुमार, वीरेंद्र कुशवाहा, संजय मिश्रा, संतोष तिवारी सहित दर्जनों ने वेतन पर रोक लगाने की मांग की.
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