अकबरपुर. कैमूर पहाड़ी पर जानेवाले रास्ते खिड़की घाट में एक युवक की पत्थरों से कूच कर हत्या कर दी गयी. बौलिया गांव के करीब शनिवार की अहले सुबह खून से लथपथ उसका शव बरामद किया गया. उसकी पहचान रोहतासगढ़ पंचायत के नागाटोली निवासी सीता पासवान के 38 वर्षीय पुत्र उमेश पासवान के रूप में की गयी. इसकी सूचना राहगीरों ने पुलिस को दी. सूचना मिलते ही रोहतास थानाध्यक्ष निकुंज भूषण व नौहट्टा थानाध्यक्ष कयामुद्दीन अंसारी दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. रोहतास थानाध्यक्ष ने बताया कि शव को देखने पर प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि हत्या की गयी है. मामले को गंभीरता से देखते हुए प्रशासन ने जांच के लिए एफएसएल और डीआइयू (जिला आसूचना इकाई) की टीम को बुला कर वैज्ञानिक तरीके से घटनास्थल की जांच कर सैंपल एकत्र किया गया. वहीं, रोहतास थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
जानकारी के मुताबिक, युवक के शरीर पर कई चोट के निशान पाये गये हैं, जो हत्या कर फेंक जाने जैसा प्रतीत होता है. लेकिन रोहतास पुलिस हर पहलू की वैज्ञानिक तरीके से जांच कर रही है. घटनास्थल से सैंपल को लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया है. लैब और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल पायेगा. इस अवसर पर एसआइ बिजेंद्र कुमार, एसआइ प्रवीण कुमार, एसआइ सोनू कुमार, एएसआइ नरेश कुमार, रोहतासगढ़ के पूर्व मुखिया कृष्ण सिंह यादव सहित कई अन्य लोग मौजूद थे.सिर और चेहरे पर गहरी चोट के कई निशान
मृतक उमेश पासवान के बड़े पुत्र सूरज कुमार ने बताया कि पापा रोज की तरह शनिवार को भी घाटी से अपने गांव बौलिया में खेती कार्य के लिए निकले थे. अक्सर इसी रास्ते से आया-जाया करते थे. किसी ने उनकी पत्थरों से बेरहमी से कुचल कर हत्या कर दी. उनके सिर और चेहरे पर गहरी चोट के कई निशान हैं. इससे साफ प्रतीत हो रहा है कि पापा की हत्या हुई है. किसी से उनकी कोई दुश्मनी नहीं थी. पापा घर पर छोटी सी दुकान चलाते थे. मौत की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पत्नी सुजंती देवी दहाड़ मार-मार कर रो रही है. इस दौरान कई बार बेहोश हो गयी. उमेश को तीन पुत्र हैं. सूरज के अलावा आदित्य कुमार व डब्लू कुमार दो छोटे भाई हैं. वहीं, भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष अमित पासवान ने कहा कि जिले में दलितों पर अत्याचार बढ़ गया है. यह हाल के दिनों में लगातार तीसरी घटना है. अगर प्रशासन दोषी को जल्द गिरफ्तार नहीं करता है, तो हम अपने लोगों को लेकर इंसाफ के लिए सड़क पर उतर जायेंगे और आंदोलन तेज कर देंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है