डेहरी सदर. पटना से डेहरी शहर को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क पर पाली रेलवे ब्रिज गुमटी के ऊपर बने ओवरब्रिज में दरार आने के कारण ब्रिज से छोटे-छोटे वाहनों की आवाजाही विगत 10 मई से बंद होने के कारण लोग लंबी दूरी तय कर अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं. हालांकि, बीते करीब 10 माह पहले कहने के लिए मकराईन रेलवे पुल से सोन नदी पुल के नीचे पाली रोड तक वैकल्पिक रास्ता बनाने का कार्य कराया गया है. वर्तमान में उक्त सोन नदी पुल के नीचे वैकल्पिक रास्ते खतरनाक हो गया है. उक्त रास्ते में जगह-जगह गड्ढे उभर गये है. थोड़ी सी बारिश होने पर गड्ढे में पानी जमा हो जा रहा है. रात में उभरे गड्ढों का अंदाजा नहीं मिलने से कार, ऑटो, बाइकों को आवागमन में परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि आखिर कब तक इस समस्या से निजात मिलेगी. न पुल की मरम्मत करायी जा रही है, न ही छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए सुदृढ़ वैकल्पिक रास्ते को दुरुस्त कराया जा रहा है. वाहन चालक कुमार सविनय, श्रवण गुप्ता, संजय कुमार आदि ने बताया कि सोन नदी के किनारे वैकल्पिक रास्ते में जगह-जगह गड्ढे उभर गये हैं. थोड़ी सी बारिश होने पर गड्ढे में पानी जमा हो जाता है. खासकर रात के अंधेरे में वाहन चलना मुश्किल होता है. रात में रास्ते पर गड्ढे का अंदाजा नही मिलने के कारण चारपहिया वाहन, मैजिक, ऑटो, बाइक के गड्ढे में गिरकर फंसने का डर सताता है. लोगों ने बताया कि पाली रेलवे गुमटी पर बने ओवरब्रिज के रास्ते के दोनों तरफ ईंट सीमेंट से जोड़ दिये जाने के कारण पुल से पैदल यात्रियों को आना-जाना पूरी तरह से बंद हो गया है. पुल के नीचे डेहरी से मकराईन की तरफ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक को पार कर आते जाते हैं. लोगों ने बताया कि बीते 14 अगस्त को डिहरी के पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह ने बताया है कि क्षतिग्रस्त पाली पुल को पुनः मरम्मत और सुदृढ़ बनाने के लिए रेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा तेरह करोड़ की राशि स्वीकृत किया गया है. इसका इंतजार लोगों ने बेसब्री से कर रहे है
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