सासाराम नगर. नगर निगम में विभागीय कार्यों का आवंटन भले ही जूनियर इंजीनियर के नाम से होता है. लेकिन, अंदरखाने में इन कार्यों की जिम्मेदारी एक निश्चित कमीशन तय कर लोकल वेंडरों को दे दी जाती है. मेयर काजल कुमारी ने कहा कि इन्हीं कार्यों को लेकर डिप्टी मेयर सत्यवंती देवी और उनके कुछ साथी पार्षद नगर आयुक्त के गलत कार्यों का समर्थन कर रहे हैं. क्योंकि अब तक करीब 1.66 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य विभागीय कराये गये हैं, जिनमें वेंडर की भूमिका में डिप्टी मेयर के साथ कुछ पार्षद और उनके प्रतिनिधि हैं. नगर आयुक्त के 60 लाख रुपये खर्च करने के अधिकार में कई लोग सहयोगी बनने का प्रयास कर रहे हैं. इसमें कई सफल भी हो गये हैं, जिन्हें कई योजनाओं का कार्य कराने का जिम्मा भी मिला है. हालांकि, इनमें से 36 कार्यों को लेकर जारी कार्यादेश को जब मैंने रद्द करने का पत्र लिखा, तब इनके मंसूबों पर पानी फिर गया, जिसको लेकर डिप्टी मेयर सत्यवंती देवी के नेतृत्व में मुझ पर कमीशन लेने का आरोप लगाया जा रहा है. अगर इसे कोई साबित नहीं करता है, तो मामला कोर्ट तक जायेगा. उन्होंने कहा कि पूरे शहर को पता है कि डिप्टी मेयर के पति चंद्रशेखर सिंह नगर निगम (उस समय नगर पर्षद) के करीब 3.50 करोड़ रुपये के घोटाले में निगरानी द्वारा चार्जशीटेड किये गये हैं. ऐसे लोग नगर आयुक्त का समर्थन करने के अलावा क्या कर सकते हैं? हालांकि, मेयर ने कहा कि अब तक निर्गत विभागीय कार्यों में सबसे अधिक वार्ड संख्या-44 की पार्षद केला देवी के पुत्र सरोज कुमार गुप्ता करा रहे हैं. कार्यों का आवंटन भले ही जूनियर इंजीनियर नंदकिशोर साह, मनोहर कुमार, मुकेश कुमार और मनोहर कुमार सिंह के नाम से किया गया है. लेकिन, इन सभी कार्यों का वेंडर पार्षद पुत्र हैं. इस संबंध में जूनियर इंजीनियर नंदकिशोर शाह से पूछा गया, तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वार्ड संख्या-39 में मोहम्मद असलम के घर से लेकर चंद्रशेखर प्रसाद गुप्ता के घर होते हुए कृष्णानंद प्रसाद के घर तक सड़क व नाला स्लैब के साथ निर्माण कार्य करीब 12.58 लाख रुपये खर्च कर कराया जा रहा है, जो मेरे नाम से आवंटित है और मैं इसका कार्य सरोज कुमार गुप्ता से करा रहा हूं.
अतिक्रमण करने में पार्षद भी शामिल
मेयर ने कहा कि इन पार्षदों के पास नगर आयुक्त का समर्थन करने के कई कारण हैं. वार्ड संख्या-17 की पार्षद सुकांती सिंह पर अतिक्रमण को लेकर नोटिस भेजा गया है. लेकिन, कार्रवाई नहीं हुई है. सुधीर विहार के मुख्य सड़क डॉ नंदकिशोर सिंह मार्ग में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने को लेकर रितु राज कुमार के साथ अन्य लोगों ने मेयर और नगर आयुक्त को पत्र लिखा था. इसके अलावा मेयर ने कहा कि निगम क्षेत्र में 2016 में बने शौचालयों का जीर्णोद्धार भी पार्षद पति अतेंद्र कुमार सिंह को मिला था. इसके अलावा वार्ड संख्या-17 में 6.56 लाख रुपये का विभागीय कार्य भी कराया गया, जो गायत्रीनगर में मुहल्ला-न्यू एरिया में विनय सिंह के घर से अनिल सिंह के घर तक नाली निर्माण व सड़क निर्माण कार्य था. इस कार्य को जूनियर इंजीनियर फहीम अनवर को आवंटित किया गया था.
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