सासाराम ग्रामीण. शहर में इन दिनों सुरक्षित यातायात को लेकर ट्रैफिक पुलिस बहुत सख्त है. यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई हो रही है. लेकिन, कार्रवाई तब पता चल रही है, जब लोगों के मोबाइल पर जुर्माने का मैसेज पहुंच रहा है. फिर यह पेंडिंग चालान लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जा रहा है, क्योंकि जिन वाहनों का चालान कट गया है, उनके प्रदूषण सहित कोई भी जरूरी कागजात चालान जमा कराये बिना नहीं बन पता है. हालांकि, यह कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस के लिए आसान पड़ रही है. लेकिन, पुलिस की कार्यशैली पर अब सवाल खड़े होने लगे हैं. यातायात पुलिस शहर में बिना हेलमेट, हाइ सिक्योरिटी नंबर प्लेट, सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले के विरुद्ध चालान काट रही है. लेकिन, जब शहर में न मशीन लगी हुई है, न ही हाइ स्पीड का कोई संकेतक लगा हुआ है, फिर हाइ स्पीड का चालान शहर में कैसे कट रहा है? इससे लोग हैरान हैं. शहर के एसपी जैन कॉलेज मोड़ से लेकर कुम्हउ गेट तक ट्रैफिक पुलिस की तैनाती रहती है. लेकिन, शहर के बीच में कहीं भी हाइ स्पीड को मापने वाली मशीन नहीं लगी हुई है, न ही गति सीमा निर्धारण है. इसका कहीं भी बोर्ड तक दिखाई नहीं देता है. फिर भी लोगों को हाइ स्पीड का चालान जमा करना पड़ रहा है. यह गंभीर समस्या है.
रेंगती गाड़ियों पर हाइ स्पीड का चालान संभव कैसे?
शहर में प्रतिदिन जाम की जैसी स्थिति बनी रहती है. सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक गाड़ियां 20 से तीन किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ती हुई दिखाई देती हैं. फिर कैसे लोगों के वाहनों का हाइ स्पीड व डेंजरस ड्राइविंग का चालान कट रहा है. यह बात हैरान करनेवाली है. टेक्निकल फॉल्ट है या फिर जानबूझकर ऐसा हो रहा है. विगत तीन सितंबर को एक बाइक का (रजिस्ट्रेशन नंबर बीआर24एए8705) ट्रैफिक पुलिस ने हाइ स्पीड का चालान काट दिया. इससे बाइक चालक हैरान रह गया. वहीं, 11 सितंबर को सोनभद्रा बस (बीआर24पीए7011) के विरुद्ध डेंजरर्स ड्राइविंग का चालान कट चुका है. हालांकि, बस मालिक ने बताया कि यह मामला करगहर मोड़ के समीप का है. जिस समय बस का चालान काटा गया, उस दौरान बस जाम में रेंगती हुई सीसीटीवी फुटेज में दिखाई पड़ रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में यातायात थाने के डीएसपी मो आदिल बिलाल का कहना है कि शहर में हाइ स्पीड को मापने के लिए अभी यातायात पुलिस के पास कोई उपकरण मौजूद नहीं है. एनएच पर स्पीडगन से स्पीड माप कर फाइन किया जा रहा है. रही बात शहर में संकेतक व बोर्ड की, तो इसकी तैयारी की जा रही है. हाइ स्पीड व डेंजरस ड्राइविंग का चालान कटा है, तो इसकी जांच की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है