डेहरी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दो सितंबर को संभावित डेहरी यात्रा को लेकर शहर के एनिकट इलाके को चकाचक करने के लिए अधिकारी दिन-रात एक किये हुए हैं. कहीं सड़क किनारे झाड़ी की कटाई, तो कहीं सरकारी भवन, सड़क व पुल-पुलिया के रंग-रोगन का कार्य तेजी से किया जा रहा है. यही नहीं, इस इलाके में सड़क के किनारे पेवर्स ब्लॉक लगाने का कार्य भी जारी है. बरसात के पानी के कारण काली पड़ चुकी एनीकट बिसवां फाटक के पास स्थित पुलिया का रंग-रोगन कर उसे तरोताजा कर दिया गया. सड़क किनारे उगी बड़ी-बड़ी झाड़ियों व पेड़ की लटक रही डालियों को छांटकर एनिकट को बिल्कुल ही साफ-सुथरा इलाका बनाने का प्रयास जारी है. उस पूरे इलाके की बदहाली को खत्म कर अब सुंदरता निखारने का कार्य दिन-रात किया जा रहा है. पीडब्ल्यूडी विभाग हो या नगर पर्षद, जल संसाधन विभाग हो या वन विभाग, हर विभाग के अधिकारी व कर्मी इस जुगाड़ में लगे हैं कि कहीं से यह इलाका बदसूरत न दिखे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की दो सितंबर को संभावित यात्रा के दिन लगभग 1347.32 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली जलापूर्ति योजना का शिलान्यास उनके हाथों किया जाना है. बताते हैं कि सासाराम, डेहरी व औरंगाबाद शहरों में पेयजल की समस्या के साथ-साथ पर्यटन एवं धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण इन इलाकों की वर्ष 2051 की अनुमानित जनसंख्या की घरेलू जल की मांग प्रति व्यक्ति 135 लीटर प्रतिदिन की दर से व राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटक, श्रद्धालुओं, अग्निशमन के लिए जल की आवश्यकता के अनुरूप प्रत्येक दिन कुल 206 एमएलडी जल आपूर्ति और वितरण का प्रावधान किया गया है. इस प्रावधान के तहत यहां निर्माण कार्य शिलान्यास के बाद तुरंत शुरू कर दिये जाने के लिए जल संसाधन विभाग तत्पर है.
सोन से बुझेगी रोहतास व औरंगाबाद के घरों की प्यास
सोन नदी से डेहरी, सासाराम व औरंगाबाद के घरों में पानी की आपूर्ति होगी. लगभग 1347.32 करोड़ रुपये से उक्त जलापूर्ति योजना का कार्य अगले ढाई वर्ष में पूरा कराया जाना है. नहरों व राजमार्ग के रास्ते पाइप के माध्यम से जलापूर्ति करने की उक्त योजना के पूर्ण होने के बाद उपरोक्त शहरों में निर्बाध रूप से शुद्ध जल मिलने लगेगा.
पानी को शुद्ध करने के लिए लगेंगे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
उक्त योजना के अंतर्गत सोन नदी के इंद्रपुरी बराज से निकले पानी को शुद्ध किया जायेगा. इसके लिए डेहरी व औरंगाबाद में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शुद्ध किये गये पानी को शहरों में बने जलमीनार को आपूर्ति किया जायेगा, जहां से हर घर सोन का जल पहुंचेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है