सासाराम ग्रामीण. सासाराम आरपीएफ ने बुधवार को रेलवे स्टेशन पर सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस से दो मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. साथ ही छह बाल मजदूरों को मुक्त कराया है. मानव तस्कर नवादा जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के कोसला बागी निवासी अजीत मांझी का बेटा जितेंद्र कुमार व नवादा जिले के नरहट थाना क्षेत्र के राजा बिगहा गांव निवासी उदल राजवंशी का बेटा गोरे लाल बताया जा रहा है. इसकी जानकारी आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि बुधवार को रेलवे स्टेशन पर ऑपरेशन आहट के तहत विशेष निगरानी व चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान दौरान गाड़ी सं0-12987 अप (सियालदह-अजमेर एक्स) सासाराम रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर दो पर पहुंची. इसके बाद ट्रेन के सामान्य कोच में चेकिंग शुरू हुई. इस दौरान मानव तस्कर जितेन्द्र चार बच्चों के साथ बैठा हुआ था. तभी आरपीएफ को देख परेशान होने लगा. संदेह के आधार पर उससे पूछताछ शुरू हुई, तो मामले का खुलासा हुआ. उसने बाल मजदूरों को अजमेर ले जाने की बात बतायी. दूसरे मानव तस्कर गोरे लाल के साथ दो नाबालिग बच्चे मिले. पूछताछ के बाद दोनों मानव तस्करों के द्वारा कुल छह बच्चों को गया से राजस्थान के अजमेर में फैक्ट्री में काम करने के लिए ले जाये जा रहे थे. इस बीच, कार्रवाई करते हुए सासाराम रेलवे स्टेशन पर उतारा गया. छह बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया. वहीं, मानव तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
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