सड़क की मरम्मत नहीं होने से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा कोचस. स्टेट हाइवे 17 व राष्ट्रीय राजमार्ग 319 को जोड़ने वाली करीब 20 किमी लंबी जर्जर बलथरी-शेख बहुआरा सड़क का पुनर्निर्माण नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने रोड नहीं, तो वोट नहीं नारे के साथ कपसिया गांव के समीप सड़क पर प्रदर्शन कर एक जून को होने वाले लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने की घोषणा की है. प्रिंस पाठक, अरुण सिंह, संतोष पाठक, गोलू सिंह, अमन पाठक, भोलू चौबे, आलोक पाठक, मनोज सिंह, सत्यम पाठक, सरोज सिंह, अयोध्या साह, राकेश रंजन सिंह, शेखर सिंह समेत अन्य ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2019 में सड़क का पुनर्निर्माण किया गया था. विभागीय उदासीनता व संवेदक की मनमानी की वजह से सड़क बनने के साथ ही उखड़ गयी. इस दौरान इसकी शिकायत स्थानीय विधायक, सांसद, बीडीओ, डीएम समेत विभागीय अधिकारियों से करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी. नतीजतन, सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं है. बाइक सवार गिरकर हो रहे जख्मी ग्रामीणों के अनुसार, सड़क पर आये दिन बड़े-बड़े गड्ढे उभर आये हैं. इससे खासकर दर्जनों दोपहिया वाहन चालक अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिर कर चोटिल हो चुके हैं. लोगों का कहना है कि सड़क से जुड़े लोगों को सबसे अधिक परेशानी खेती के समय होती है. इसके साथ ही किसी व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने की स्थिति में परिजनों को सड़क से पैदल गुजरना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क के पुनर्निर्माण को लेकर कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिलने तक यह आंदोलन जारी रहेगा.
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