सासाराम ऑफिस. पीएमश्री योजना के तहत जिले के प्राथमिक से उच्च माध्यमिक तक को राष्ट्रीय स्तर के स्कूल बनाने की कवायद तेज हो गयी है. इस योजना के तहत तीन स्कूलों का और नाम जुड़ गया है. शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मिडिल स्कूल नरवर भागीरथा, मिडिल स्कूल मोरसराय व मिडिल स्कूल योगिनी को पीएमश्री बना दिया गया है. इसके साथ ही जिले में पीएमश्री स्कूलों की संख्या 21 हो गयी है. गौरतलब है कि नयी शिक्षा नीति-2020 के तहत पीएमश्री स्कूलों के अंतर्गत शिक्षा में उच्च गुणवत्ता प्रदान करना है, जहां पर बच्चों को उनकी दक्षता के अनुरूप शिक्षण कार्य किया जा सके. इन स्कूलों के बच्चों के कौशल विकास पर ध्यान दिया जायेगा, ताकि बच्चों के क्षमता संवर्द्धन के साथ-साथ रोजगारपरक संभावनाओं के लिए किया जा सके. यहां प्रत्येक छात्रों की कक्षा के अनुरूप दक्षताओं के लिए निर्धारित लर्निंग आउटकम पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. इन स्कूलों के लिए स्कूल गुणवत्ता व मूल्यांकन फ्रेमवर्क विकसित किया जायेगा, जिसके माध्यम से बच्चे की दक्षता व शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता का मूल्यांकन हो सके. यह स्कूल उच्च गुणवत्ता की शिक्षा व बेहतर शैक्षणिक परिवेश के साथ अपने क्षेत्र के अन्य स्कूलों के लिए भी आदर्श स्कूल के रूप में परिभाषित होंगे. यह स्कूल करीब-करीब सभी आधुनिक सुविधाओं जैसे -कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब, समृद्ध पुस्तकालय आदि से सुसज्जित किए जायेंगे. इन स्कूलों को हरित ऊर्जा से परिपूर्ण स्कूलों के रूप में उच्चीकृत किया जायेगा,. जैसे यहां पर रेनवाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस व द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त आदि अवधारणाओं को विकसित किया जायेगा. इन स्कूलों में प्रयोगात्मक, समेकित, खेल आधारित, खोज आधारित, जिज्ञासा आधारित शिक्षण कार्य किये जायेंगे. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में 21 स्कूल पीएमश्री स्कूल हो गये हैं. इन स्कूलों को कई लाभ मिलेगा.
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