Modi Cabinet News: भारत की नयी सरकार तैयार हो गयी है. लोकसभा चुनाव 2024 में मिले जनादेश के बाद एनडीए की सरकार लगातार तीसरी बार केंद्र में बनी है. बिहार से इसबार 8 मंत्री बने हैं. मंत्री पद की शपथ लेने वालों में बिहार से सवर्ण जाति के तीन सांसद हैं इनमें एक हैं चंपारण की राजनीति से ताल्लुक रखने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे. सतीश दुबे पंचायत अध्यक्ष पद से अपना सियासी करियर शुरू करके अब केंद्र सरकार में मंत्री तक बने हैं. भाजपा ने अपने गढ़ माना जाने वाले चंपारण को बड़ी सौगात दी है. सतीश दुबे मंत्री बने तो लोगों को वो वाक्या याद आया जब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह गृह मंत्री अमित शाह बिहार के चंपारण आए थे और सतीश दुबे को अधिक तवज्जो मिला था.
बिहार में थी महागठबंधन सरकार, अमित शाह आए थे बिहार
सतीश चंद्र दुबे बिहार में विधायक और फिर लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद भी बने. वाल्मिकीनगर लोक सभा सीट से 2014 में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. लेकिन 2019 में गठबंधन के अंदर यह सीट जदयू के खाते में चली गयी जिसके बाद भाजपा ने सतीश दुबे को राज्यसभा भेजा था और वो लगातार दो बार से राज्यसभा में सांसद हैं. गृह मंत्री अमित शाह चुनाव के एक साल पहले भी लगातार बिहार का दौरा कर रहे थे. मिशन मोड पर बिहार में रैलियां की जा रही थीं. जब जदयू और भाजपा अलग हो गए और प्रदेश में जदयू-राजद वाली महागठबंधन की सरकार बनी तो भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी बदले हुए समीकरण के अनुसार ही कर रही थी. इसी क्रम में जनसभा करने अमित शाह लौरिया आए थे.
लौरिया की जनसभा में सतीश दुबे पर दिखे विशेष मेहरबान
करीब 15 महीने पहले 25 फरवरी 2023 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लौरिया आए थे और एक जनसभा को उन्होंने संबोधित किया था. इस रैली के मंच से उन्होंने राधामोहन सिंह, नित्यानंद राय, सम्राट चौधरी और संजय जायसवाल जैसे दिग्गज नेताओं के भी नाम लिए. लेकिन जब राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे का उन्होंने नाम लिया तो चंद पल के लिए ठहरे और सतीश दुबे को आगे बुलाया. अमित शाह ने भरी भीड़ के आगे मंच पर भाजपा नेता को ढूंढते हुए कहा कि ‘सतीश कहां हो.. आगे आओ तो जरा..’उसके बाद सतीश दुबे आगे आए और जनता का अभिवादन किया. जिसके बाद अमित शाह ने सतीश दुबे के लिए तालियां भी बजवाई थी.
सतीश दुबे केंद्र में मंत्री बनाए गए..
लौरिया में हुई जनसभा में एक साल पहले अमित शाह के इस अंदाज ने ही संकेत दे दिया था कि सतीश दुबे के लिए भाजपा की इसबार कुछ तैयारी जरूर है. सियासी मामलों पर नजर रखने वाले जानकारों के बीच चर्चा थी कि सीट शेयरिंग में 2019 में वाल्मीकिनगर सीट जदयू के खाते में चली गयी थी. फरवरी 2023 में जदयू भाजपा से अलग थी इसलिए लोग कयास लगा रहे थे कि सतीश दुबे को फिर से भाजपा मैदान में उतार सकती है. हालांकि अब जब 2024 में चुनाव परिणाम के बाद सतीश दुबे राज्यसभा सांसद रहते हुए ही केंद्र में मंत्री बना दिए गए हैं. उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है.