बिहार में पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त ठंड पड़ रही है. कोहरे के कारण हवा में कनकनी बढ़ गया है. लोगों ने अपने घरों से निकलना बंद कर दिया है. राज्य के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है. ऐसे में स्कूली छात्रों की परेशानी को देखते हुए पटना समेत राज्य के विभिन्न जिलों में आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को 16 जनवरी तक बंद कर दिया गया था. वहीं, आगे भी ठंढ की संभावना और शीतलहर का बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों की छुट्टियां 18 जनवरी तक बढ़ा दी गई हैं. इसके अलावा आंगनबाडी केंद्र का संचालन भी 18 जनवरी तक बंद कर दिया गया है. जिन जिलों में छुट्टियां बढ़ाई गई हैं उनमें मधुबनी, आरा और शेखपुरा शामिल हैं.
मधुबनी में 18 जनवरी तक कक्षा एक से आठ में स्थगित रहेगी शैक्षणिक गतिविधियां
मधुबनी जिले के डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों में वर्ग एक से 8 तक (प्री-स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्र सहित) में 16 से 18 जनवरी तक शैक्षणिक गतिविधि स्थगित रखने का निर्देश दिया है. लेकिन सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर, शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी पहले की तरह सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक विद्यालय में उपस्थित रहेंगे. यह आदेश 16 से 18 जनवरी तक प्रभावी रहेगा.
भोजपुर जिला के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के पठन- पाठन कार्य 18 तक रहेंगे स्थगित
भोजपुर (आरा) जिले जिलाधिकारी राज कुमार ने सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय की कक्षाओं को 18 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है. इस दौरान सरकारी एवं निजी विद्यालय के वर्ग कक्षा एक से आठ तक में शैक्षणिक गतिविधि बंद रहेगा. जबकि वर्ग नौवीं से ऊपर सभी कक्षाओं का शैक्षणिक गतिविधि पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न तीन बजे तक संचालित होगा.
वहीं, मिशन दक्ष और बोर्ड परीक्षा से संबंधित कार्य इस आदेश से मुक्त रहेगा. इस आदेश का सभी विद्यालय प्रबंधन हर हाल में प्रभारी ढंग से लागू करायेंगे. वहीं, सभी विद्यालय प्रबंधन उपरोक्त आदेश के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियों को पुन: निर्धारित करेंगे. जबकि विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक बने रहेंगे.
शेखपुरा में 18 जनवरी तक आठवीं कक्षा तक नहीं होगी पढ़ाई, शिक्षकों को रहना होगा स्कूल में
शेखपुरा के जिलाधिकारी जे प्रियदर्शनी ने भी 18 जनवरी तक कक्षा 8 तक के सभी वर्गों के पठन पाठन को प्रतिबंधित कर दिया है. वहीं कक्षा नौवीं का संचालन पूर्व आदेश के अनुसार 9 बजे से 3 बजे के बीच पर्याप्त सावधानी के साथ जारी रहेगा. बोर्ड परीक्षा के लिए संचालित किए जाने वाले विशेष कक्षाओं का संचालन को इस आदेश से मुक्त रखा गया है.
जिलाधिकारी ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 में प्रदत शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए जिले के सभी निजी और सरकारी विद्यालय के साथ-साथ प्री स्कूल यानी आंगनबाड़ी केंद्रों के शैक्षणिक गतिविधियों को प्रतिबंधित किया है. हालांकि इस दौरान शिक्षकों को किसी प्रकार की सहूलियत नहीं दी गई है. उन्हें कड़ाके की ठंड में भी नियत समय पर विद्यालय पहुंचना और फिर नियत समय पर विद्यालय छोड़ना होगा.
अत्यधिक ठंड के कारण 18 जनवरी तक आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन बंद
शीतलहर से बचाव व अत्यधिक ठंड के मद्देनजर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र 18 जनवरी तक बंद रहेंगे. आइसीडीएस निदेशक पटना ने इस आशय का पत्र जारी किया है. पत्र में बताया गया है कि ठंड का प्रकोप काफी है. जिसके कारण छोटे-छोटे बच्चे समयनुसार केंद्र पर उपस्थित होने से प्रभावित हो सकते हैं.
उच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार वर्ष में 300 दिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण करना बाध्यकारी है. उक्त तिथि तक केंद्र बंद रखते हुए सभी सेविकाओं को निदेशित किया गया है कि गृह भ्रमण कर खाद्य सामग्री पंजीकृत 03-06 वर्ष के बच्चों को आपूर्ति प्रतिदिन सुनिश्चित करेंगे. बता दें कि पूर्व में डीएम द्वारा 16 जनवरी तक केंद्र बंद रखने का निर्देश जारी किया गया था.
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ठंड को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य में मंगलवार को उत्तर- पश्चिमी जिलों मसलन पश्चिमी चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, उत्तर मध्य के जिलों में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर और दक्षिण-पश्चिमी बिहार के जिलों बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल में कुछ जगहों पर सीवियर कोल्ड होने की आशंका है. इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राज्य के शेष हिस्सों में भी कड़ाके की ठंड जारी रहने का पूर्वानुमान है. इनके लिए येलो अलर्ट है.
अलाव बना ठंड से बचने का सहारा
हाड़ कंपकंपाती ठंड से बचने के लिए लोगों के बीच अलाव एक सहारा है. विभिन्न चौक-चौराहों व दुकानदार अपनी-अपनी दुकान के आगे अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं. इस ठंड में कामकाजी लोग, यात्रा के दौरान आमलोगों को परेशानी हो रही है. वहीं फुटपाथ पर जीवन-यापन कर रहे लोग किसी तरह अलाव के सहारे जी रहे हैं. नगर निगम की तरफ से अब तक चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था अब तक नहीं कर पायी है.
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