पूर्णिया पर राजद की दावेदारी के साथ ही महागठबंधन के घटक दलों के बीच लोकसभा सीटों के बंटवारे का मामला एक बार फिर उलझ गया है. मंगलवार को नई दिल्ली पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कांग्रेस के राष्ट्रीय गठबंधन समिति के प्रमुख मुकुल वासनिक के साथ हुई बैठक के बाद दोनों दलों के बीच समझौते की संभावना बनी थी, वह बुधवार को बीमा भारती को पूर्णिया से राजद का सिंबल देने के साथ ही धूमिल हो गई. पूर्णिया के अलावा कांग्रेस औरंगाबाद सीट के लिए भी अड़ी हुई है. औरंगाबाद में गुरुवार को नामांकन का अंतिम दिन है.
कन्हैया के लिए बेगूसराय सीट की मांग
राजद सूत्रों के मुताबिक वह कांग्रेस को आठ या नौ सीटें देने के लिए तैयार है. लेकिन, इनमें से अधिसंख्य सीटें कांग्रेस की पसंद की नहीं हैं. सियासी जानकारों के मुताबिक कांग्रेस के साथ राजद के बीच दो सीटों के लिए अभी गतिरोध है. गतिरोध पूर्णिया और कटिहार सीट को लेकर है. बदले हुए समीकरण में यह दोनों सीटों पर पेच फंसा है. इस बीच कांग्रेस बेगूसराय सीट भी मांग रही है. हालांकि, इस सीट पर सीपीआइ की तरफ से पहले ही उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है. दरअसल जानकारों का कहना है कि बेगूसराय सीट पर कांग्रेस चर्चित छात्र नेता रहे कन्हैया कुमार के लिए संभावनाएं तलाश रहा था. हालांकि, इसके लिए राजद के अलावा महागठबंधन के घटक दल बिल्कुल तैयार नहीं दिख रहे हैं. सियासी जानकार बताते हैं कि महागठबंधन में जब सीट वितरण पर शुरुआती दौर में विमर्श चल रहा था, तब कांग्रेस ने इस सीट को लेकर कोई खास रुचि नहीं दिखायी थी. अब इस सीट पर कांग्रेस ने दबाव बना दिया है. सीपीआइ इस सीट को छोड़ना नहीं चाहती है,क्योंकि उसके लिए यह उसकी परंपरागत सीट मानी जाती रही है. यह उसका गढ़ भी रहा है.
कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की सीट है कटिहार
कटिहार कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की सीट है, जहां से उसके नेता तारिक अनवर पांच बार चुनाव जीत चुके हैं. राजद कटिहार के लिए भी आनकानी कर रहा है. वहां राजद अशफाक करीम को उम्मीदवार बनाना चाहता है. राज्यसभा में करीम का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो रहा है. कांग्रेस की अनदेखी कर राजद ने वाम दलों के साथ सीटों का समझौता पूरा कर लिया है. उसने तीन सीटें भाकपा माले और एक-एक माकपा तथा भाकपा को दी है.
मुकेश सहनी से भी चल रही बातचीत..!
वाम दलों के अलावा राजद की बातचीत विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी से भी हो रही है. मुकेश तीन सीटों की मांग रहे हैं. राजद उनके लिए उत्तर बिहार की कोई एक सीट देने के लिए तैयार है. सूत्रों ने बताया कि उन्हें दो और सीटें इस शर्त के साथ मिल सकती हैं सकता है कि वीआइपी के सिंबल पर राजद की ओर से अनुशंसित उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे. वैसे, राजद और कांग्रेस-दोनों का प्रदेश नेतृत्व तालमेल टूटने की संभावना से इंकार करता है.
क्या कहते हैं कांग्रेस और राजद के नेता
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि किसी उम्मीदवार को दिया गया सिंबल वापस भी होता है. पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा-हमारा गठबंधन सबसे पुराना है, हम किसी भी परिस्थिति में साथ रहे हैं और चुनाव लड़े हैं. यह गठबंधन नहीं टूटेगा. भाजपा को हराने के लिए हम हमेशा साथ, एकजुट और गोलबंद हैं. टूट की खबरों पर कहा कि सारी खबरें एजेंडा के तहत चलाई जा रही है. हम लोगों में कहीं भी किसी भी चीज को लेकर दरार की बात नहीं आयी हैं.