श्रावणी मेला 2024 (Shravani Mela) में सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी गंगाजल लेकर रोजाना बड़ी संख्या में शिवभक्त बाबाधाम देवघर जा रहे हैं. सुल्तानगंज से बाबाधाम तक पैदल चल रहे इन कांवड़ियों में कुछ ऐसे भी हैं जिनकी हालत मौसम की क्रूरता की वजह से बिगड़ी है. कांवड़िया पथ पर कई शिवभक्त मूर्छित होकर गिर पड़े. कुछ कांवड़ियों को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ पड़ी. लेकिन इस रास्ते को लेकर कहा जाता है कि भोलेनाथ भी अपने भक्तों की परीक्षा लेते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ कि जो शिवभक्त रास्ते में परेशानी झेल रहे थे वो अचानक बोल-बम का नारा लगाते नाचते-झुमते यात्रा पर निकल पड़े हैं.
गर्मी और उमस से बढ़ी थी परेशानी, मूर्छित होकर गिर रहे थे शिवभक्त
बीते कुछ दिनों से तेज गर्मी और उमस का सामना कांवड़ियों को करना पड़ रहा था. कांवरिया पथ पर चल रहे शिवभक्तों पर मौसम की मार का असर दिख रहा था. मुंगेर के तारापुर में एक कांवड़िया मूर्छित होकर गिर पड़े. दरअसल, जब कड़क धूप निकलती है तो कांवरिया पथ पर जो बालू बिछाया गया है वो और अधिक गर्म हो जाता है. जमीन और आसमान दोनों एकसाथ कांवरियों की परीक्षा लेने लगता है. इस दौरान गोगाचक से सटे उत्तर दिशा में कांवड़िया पथ पर भागलपुर के कहलगांव के बटेश्वर टुकटुकपुर पहाड़िया टोला निवासी अरूण पहाड़िया मूर्छित होकर गिर पड़े थे. ऐंबुलेंस से अनुमंडलीय अस्पताल तारापुर में उन्हें भर्ती कराया गया था.
ALSO READ: बिहार में मानसून अचानक कैसे सक्रिय हुआ? पूरे अगस्त महीने के लिए बारिश की आयी जानकारी…
बेहोश होकर गिरे कांवड़िया, अस्पताल में हो रहे थे भर्ती
बांका के कटोरिया में अबरखा के निकट कांवड़िया पथ पर मधुबनी के एक कांवड़िया बेहोश होकर गिर पड़े.कांवड़िया शंकर झा (63वर्ष) की हालत गर्मी के कारण बिगड़ गयी थी. बेतिया जिला निवासी एक महिला कांवरिया भी अबरखा के निकट अचानक बीमार पड़ गयी. कमजोरी और दस्त से उसका हाल खराब हो गया. जिसके बाद अबरखा सरकारी धर्मशाला स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर स्लाइन चढ़ाया गया और फिर रेफरल अस्पताल में भर्ती किया गया. कांवरियों को ये धूप और उमस बीते कुछ दिनों से परेशान कर रही थी.
शिव की हुई कृपा और नाचते-गाते जा रहे बाबाधाम
सवान की दूसरी सोमवारी के बाद गर्मी और उमस का सामना करके कांवड़ लेकर पैदल चल रहे शिवभक्तों पर अचानक कृपा बरसी है.बिहार में मानसून फिर एकबार सक्रिय हो गया है. गुरुवार से बारिश शुरू हो गयी. कांवरिया पथ का भी माहौल खुशनुमा है. श्रावणी मेला के ग्यारहवें दिन गुरुवार को दोपहर बाद जब तेज हवा के झोंके के साथ झमाझम बारिश हुई, तो कांवर लेकर यात्रा कर रहे शिवभक्तों की टोली खुशी से झूमने लगी. पिछले पांच दिनों से चिलचिलाती धूप व उमस वाली गर्मी के साथ ही तपते हुए कांवरिया पथ पर वो नंगे पांव चल रहे थे. जब तेज हवा और झमाझम बारिश शुरू हुई तो कांवड़िये भींगते-झूमते एवं बोल-बम व हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए बाबाधाम की ओर निकल पड़े. कुछ श्रद्धालु प्लास्टिक ओढ़कर भी चलते दिखे. बोल-बम का नारा है बाबा एक सहारा है का नारा कांवड़िये बुलंद कर रहे थे.