सीतामढ़ी. जिले में शराबबंदी के बाद से नशीली दवा व मादक पदार्थों का कारोबार बढ़ने लगा है. खासकर बॉर्डर इलाके में नशीली दवाओं की खरीद-बिक्री कुछ अधिक होती है. बराबर सोनबरसा, बैरगनिया के साथ ही भिट्ठामोड़ बॉर्डर व आसपास के इलाकों से पुलिस व एसएसबी नशीली दवाओं को जब्त करने के साथ तस्करों को गिरफ्तार करती रही है. अब इन तस्करों के खिलाफ माकूल कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष बैठक की गई है. जिला स्तरीय नार्को समिति की मंगलवार को हुई बैठक में नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने के लिए प्रभावी एवं ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया गया. — संयुक्त टीम करेगी कार्रवाई उक्त बैठक में डीडीसी मनन राम ने पुलिस, कस्टम एवं एसएसबी को संयुक्त टीम बनाकर नशीली दवाओं की खरीद-बिक्री करने वालों के खिलाफ लगातार प्रभावी अभियान चलाने का निर्देश दिया. रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सिनेमा हॉल के आसपास व बॉर्डर एरिया पर विशेष फोकस करने को कहा गया. इससे पर जिले में नशीली दवाओं एवं पदार्थों के दुरूपयोग से निपटने के उद्देश्य से रणनीतियों पर चर्चा की गई. डीडीसी राम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पंचायत प्रतिनिधि, अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी व विभिन्न विभागों यानी शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, मद्य निषेध व वन विभाग के माध्यम से परस्पर समन्वय स्थापित करते हुए उक्त गतिविधियों पर अंकुश लगाना सुनिश्चित किया जाए. — औषधि निरीक्षक को विशेष निर्देश डीडीसी राम ने सहायक औषधि निरीक्षक को सख्त निर्देशित किया गया कि जिले के सभी दवा दुकानों, विशेष कर बॉर्डर एरिया में चल रहे दवा दुकानों पर नजर रखें. साथ ही औचक निरीक्षण करें. स्टॉक का वेरिफिकेशन किया जाए. डीडीसी ने उनसे रिपोर्ट की मांग की कि नशीली दवाओं की बिक्री के आरोप में दुकानों को सील किया गया है. कितने अवैध दुकानों को सील किया गया है। कितने पर केस किए गए है. कितने का लाइसेंस रद्द किया गया है.
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