बेलसंड. अनुमंडल अंतर्गत रविवार की रात बागमती नदी का बायां तटबंध मधकौल व सौली में टूटने के बाद चारो तरफ तबाही का मंजर है. एहतियात बरतने के कारण समय रहते ऊंचे स्थानों पर पहुंच जाने के कारण किसी भी व्यक्ति के जान माल की क्षति नहीं की सूचना नहीं है. प्रखंड़ क्षेत्र की 9 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुई है. जिसमें छह पंचायत सबसे अधिक प्रभावित है. चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है. पूरा इलाका जलमग्न होने के कारण प्रशासन चाहकर भी समुचित राहत पहुंचाने में सक्षम नहीं हो रहा है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि 30 से 40 हजार के बीच की आबादी बाढ़ से प्रभावित है.
–प्रशासन के तरफ से नही पहुंच रही सहायता : बाढ़ पीड़ित
मधकौल मारर के लोग मधकौल टुटान स्थल से लेकर मारर पुल तक व सौली रुपौली के लोग सौली व रुपौली तटबंध पर शरण लिए हुए है. मारर गांव के राजा सिंह, राकेश सिंह, अभय सिंह, प्रवीण झा, हरिशंकर मिश्र, सतीश सिंह, सोली गांव के गया सिंह, प्रवीण सिंह, मंगल पासवान, हरिंदर पासवान, बुला पासवान व विनीत सिंह समेत अन्य बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि अबतक प्रशासन के तरफ से किसी प्रकार की सहायता नही पहुंच सकी है. लोग खुले आसमान के बीच जीने को विवश है. विद्युत विभाग के सहायक अभियंता वासिफ फरीदी ने बताया कि विद्युत पावर सब स्टेशन चंदौली में पानी घुसने के कारण व 33 हजार विद्युत तार का पोल का डुमरिया घाट पर गिरने के कारण बिजली सेवा पूर्ण रूप से बाधित है. संचार व्यवस्था भी पूर्ण रूप से बाधित है. ऊंचे स्थान पर चढ़ने पर थोड़ा-बहुत मोबाइल नेटवर्क मिलता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है