चंदन सिंह , मुजफ्फरपुर
सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप व मैसेंजर पर नादानी में की गयी दोस्ती मुजफ्फरपुर जिले की बेटियों पर भारी पर रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुई दोस्ती धीरे- धीरे प्यार में बदल जाता है. इस दौरान लड़की के पुरुष मित्र उसका प्राइवेट वीडियो व फोटो चोरी छिपे अपने मोबाइल में कैद कर लेता है. यहां से शुरू होता है ब्लैकमेलिंग का दौड़. अपने पुरुष मित्र के डिमांड पूरा करने से इनकार करते ही उसको तरह- तरह से टॉर्चर किया जाता है.
सोशल मीडिया के माध्यम से स्कूल व कॉलेज की भोली- भाली छात्राओं को न्यूड व आपत्तिजनक फोटो उसके रिश्तेदार, परिजन व स्कूल कॉलेज के मित्रों के बीच में वायरल कर दिया जाता है. छात्रा कुछ दिनों तक घुटन में रहती है. इस दौरान वह डिप्रेशन में चली जाती है. यहां तक की सुसाइड तक की नौबत आ जाती है. पिछले तीन माह में मुजफ्फरपुर जिले में सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद ब्लैकमेलिंग के डेढ़ दर्जन से अधिक मामले दर्ज किये गये हैं. साइबर थाने में अकेले सात मामले दर्ज किये गये. साइबर थाने की पुलिस द्वारा जिस आइडी से फोटो व वीडियो वायरल किया जा रहा था उसको ब्लॉक कर दिया गया. लेकिन, अब भी पीड़ित छात्राएं डिप्रेशन की दौड़ से नहीं निकल पायी है.
मध्य प्रदेश के एक लड़के से इंस्टाग्राम के माध्यम से अहियापुर थाना क्षेत्र की एक छात्रा की दोस्ती हुई. फिर, प्यार परवान चढ़ गया . उसके पुरुष दोस्त ने इस दौरान छात्रा की कुछ प्राइवेट तस्वीरें खींच लीं. फिर, छात्रा पर शादी का दबाव बनाने लगा. छात्रा के इनकार करने पर उसकी प्राइवेट तस्वीर वायरल करने लगा. बाद में छात्रा डिप्रेशन में जाकर सुसाइड करने तक का मन बना ली. इस बीच छात्रा के परिजन के समझाने पर उसने साइबर थाने में आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी. लेकिन, बाद में उसके दबाव में आकर फिर उसके साथ शादी कर ली .
नगर थाना क्षेत्र की छात्रा जो देश के टॉप टेन इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ती थी. उसका एक दूर का रिश्तेदार सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती किया. फिर, उसकी आपत्तिजनक फोटो खींच लिया. उसको वायरल करने की धमकी देकर शादी का दबाव बनाने लगा. उसका फोटो व वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा. ब्लैकमेलिंग से तंग आकर इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में छात्रा ने सुसाइड की भी कोशिश की. लेकिन, उसकी रूममेट ने सही समय पर उसके परिजनों को सूचना दी. छात्रा को घर लाया गया. फिर, उसके बयान पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करके आरोपी युवक को मोतिहारी से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
– ऑनलाइन दोस्ती करते समय इस बात का ध्यान रखें कि हर समय अपने असली दोस्त को छोड़कर सोशल मीडिया के दोस्त से बात करने का नहीं सोचें. उसकी आस में ऑनलाइन नहीं रहें
– बिना परिचित से दोस्ती करने से परहेज करें, इस दोस्त से अपनी लाइफ का हर राज नहीं शेयर करें, जरूरत पड़ने पर आपका फायदा उठा सकता है.
– सोशल मीडिया के दोस्त से वीडियो चैटिंग, वीडियो कॉलिंग से बात करने से परहेज करें, यह आपका स्क्रीन शॉट लेकर या रिकॉर्ड करके ब्लैकमेल कर सकता है.
– ऑनलाइन दोस्त अपनी दुखभरी कहानी सुना कर आपको इमोशनली कनेक्ट करके आपको प्यार के जाल में फांस लेगा. फिर, फायदा उठायेगा.
मनोचिकित्सक डॉ अमर झा कहना है कि कि आज के छात्र – छात्राएं बचपन के दोस्त से ज्यादा अपने सोशल मीडिया के दोस्त पर भरोसा करने लगे हैं. यह खतरनाक स्थिति उत्पन्न करती है. अपने बचपन , स्कूल व कॉलेज के दोस्तों पर ही भरोसा करें. सोशल मीडिया पर की गयी दोस्ती जानलेवा भी हो सकती है. खासकर लड़कियां सोशल मीडिया पर किससे दोस्ती की है. किससे चैटिंग करती है इसकी जानकारी अपनी मां, बहन व परिवार के अन्य सदस्यों को दे सकते हैं.
कोट
सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती व ब्लैकमेलिंग के कई सारे मामले आ रहे हैं. छात्राएं लोक- लाज के डर से ब्लैकमेलिंग व टॉर्चर सह रही हैं, जो उनके थाने तक आ रही है, पांच मिनट के अंदर में जिस आइडी से ब्लैकमेल किया जा रहा है, उसको ब्लॉक कर दिया जाता है. अगर कोई छात्रा इस तरह से प्रताड़ित हो रही है, तो तुरंत साइबर थाने आएं. हम उसकी मदद करेंगे.
किरण देवी, डीएसपी सह थानेदार, साइबर थाना, मुजफ्फपुर