पटना शहर में तेजी से बढ़ रही स्नैचिंग पटना पुलिस के थानेदार से लेकर आला अधिकारी तक की परेशानियों को बढ़ा दिया है. मोबाइल, चेन और रुपये की झपटमारी से आम लोगों के साथ-साथ थानेदार परेशान हैं. स्नैचरों पर नकेल कसने के लिए पटना पुलिस के आला अधिकारियों ने ज्वाइंट मीटिंग कर स्पेशल टास्क फोर्स गठन किया है. सेंट्रल क्षेत्र में हो रही घटनाओं को देखते हुए तीन टीमें बनायी गयी हैं, जिसकी जिम्मेदारी बुद्धा कॉलोनी थानेदार निहार भूषण को दी गयी है. पटना के सेंट्रल इलाकों में हाल ही के दिनों में मोबाइल स्नैचिंग, चैन स्नैचिंग और छिनतई की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है.
इस संबंध में सेंट्रल एसपी वैभव शर्मा ने टीम में शामिल पुलिसकर्मियों से कहा कि केवल स्नैचर को पकड़ना मकसद नहीं, बल्कि उसके सरगना तक पहुंचना होगा. यह टीम की जिम्मेदारी होगी कि वह कैसे और कम समय में सरगना को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी. कदमकुआं के थानेदार विमलेंदु कुमार को बाइक चोरी की बढ़ रही घटनाओं पर नियंत्रण लगाने की जिम्मेदारी दी गयी है. सेंट्रल एसपी ने कहा कि अमूमन देखा जाता है कि स्नैचर को पकड़ कर उसे जेल भेज दिया जाता है, लेकिन उसके गिरोह में कौन-कौन लोग शामिल हैं और स्नैचिंग की सामान किस किस को बेचता है, इसका भी पता लगाना होगा.
मिली जानकारी के अनुसार तीन टीमों के लिए एसपी ने तेजतर्रार पुलिसकर्मी और एसआइ को चयन किया है. बताया गया कि एक टीम में आठ पुलिसकर्मी रहेंगे, जिसको लीड एक एसआइ करेंगे. इसके बाद टीम बुद्धा कॉलोनी थानेदार नीहार भूषण को रिपोर्ट करेगी. टीम में क्विक मोबाइल के अलावा सादे लिबास में भी पुलिसकर्मी को नियुक्त किये गये हैं.
दरअसल शातिरों के लिए मोबाइल स्नैचिंग सबसे आसान टारगेट है. मोबाइल से बात करते हुए गाड़ी चलाते हैं और रोड पर चलते-चलते बात करते हैं, इसका फायदा शातिर उठाते हैं. एसपी ने कहा कि कैश की स्नैचिंग रोकने के लिए बैंक के आसपास टीम को सघन चेकिंग अभियान चलाना होगा. कोई भी संदिग्ध शख्स हो, उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करनी होगी, क्योंकि अक्सर पैसा लेकर लोग बैंक में जाते हैं या फिर वहां से पैसा लेकर निकलते हैं. पहले से घात लगाये बैंक के अंदर या फिर बाहर स्नैचर घूमते हैं. तीनों टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों का जिम्मा दिया गया है, जो उस क्षेत्र की घटनाओं की जांच कर अपराधियों को पकड़ेंगे.
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पिछले एक मार्च से लेकर अब तक की बात करें, तो सबसे अधिक मोबाइल स्नैचिंग की घटनाएं कोतवाली थाना और कंकड़बाग में हुई हैं. कोतवाली के स्टेशन रोड और कंकड़बाग के 90 फुट से राजेंद्र नगर और न्यू बाइपास पर अधिक घटनाएं हुई हैँ. आंकड़ों के अनुसार कोतवाली में डेढ़ महीने में 47 और कंकड़बाग में 33 मोबाइल स्नैचिंग की घटनाएं हुई हैं. वहीं, पैसा और चेन स्नैचिंग के मामलों में शास्त्रीनगर थाना सबसे आगे है. डेढ़ महीने में यहां 13 से अधिक चेन स्नैचिंग और पैसों की झपटमारी हुई है.