निजी चाइल्ड केयर सेंटर में भर्ती नवजात की मौत, परिजनों ने किया हंगामा
त्रिवेणीगंज त्रिवेणीगंज बाजार में संचालित एक निजी चाइल्ड केयर सेंटर में भर्ती नवजात की मौत पर शनिवार को परिजनों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान परिजनों ने कई गंभीर आरोप भी लगाए. थाना क्षेत्र के कुकुरधरी मेही नगर वार्ड नंबर 10 निवासी गौतम कुमार की 25 वर्षीय पत्नी बेबी देवी ने अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में एक नवजात बच्चे को जन्म दिया. उसे स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर बीते 08 सितम्बर को वहां मौजूद एक आशा कार्यकर्ता के बहकावे में आकर ईलाज के लिए भर्ती कराया गया. 06 दिन बाद शनिवार सुबह नवजात की मौत हो गई. जिसकी सूचना परिजनों को दी. जब परिजन को मालूम हुआ कि उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई है तो परिजनों ने चाइल्ड केयर सेंटर में हंगामा शुरू कर दिया.
परिजनों ने बताया कि चिकित्सक ने नवजात बच्चे को देखा और कहा कि आपके इस नवजात बच्चे को हम ठीक कर देंगे. आप तुरंत 70 हज़ार रुपए जमा कीजिए. जहां उन्होंने 70 हज़ार रुपए ईलाज के लिए जमा किया. लगातार 06 दिनों तक नवजात बच्चा चाइल्ड केयर सेंटर में भर्ती रहा. शनिवार की सुबह करीब तीन बजे नवजात बच्चे की मौत हो गई. बताया कि नवजात बच्चे की मौत का कारण डॉक्टर की लापरवाही है.
नवजात की मौत के बाद परिजनों ने जब हंगामा किया तब चाइल्ड केयर सेंटर के स्टाफ सह कथित कंपाउंडर मिथिलेश कुमार ने कहा कि नवजात जिसकी मौत हुई है. उसे सांस लेने में परेशानी थी. जिसे 06 दिन पहले यहां भर्ती किया गया था. बताया कि अभी केयर सेंटर में 12 नवजात बच्चे भर्ती हैं. अगर इन बच्चों को कोई परेशानी होती है तो तुरंत ही डॉक्टर ललन कुमार यादव से मोबाइल पर बात करते हैं. वह जो बताते हैं उसके हिसाब से इलाज करते हैं. बताया कि डॉक्टर साहब यहां नहीं रहते हैं. वह मधेपुरा में रहते हैं. जरूरी पड़ने पर वह यहां आते हैं.
इस मामले में सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं फील्ड में हूं. इस मामले को लेकर एसीएमओ से बात की गई तो उन्होंने इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है