बिहार के पूर्वी चंपारण में महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा विराट रामयन मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है. अब इस निर्माण का सुपरविजन टाटा कंसल्टिंग करेगी, जो अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का पर्यवेक्षण कर रही है. इस संबंध में टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड और महावीर मंदिर न्यास के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है. इस मंदिर को वर्ष 2026 में श्रद्धालुओं के लिए शुरू कर दिया जाएगा. महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बुधवार को महावीर मंदिर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी.
क्या काम करेगी कंपनी?
किशोर कुणाल ने बताया कि टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड विराट रामायण मंदिर के संपूर्ण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता, तकनीक आदि सभी पहलुओं का सुपरविजन करेगी. यह कंपनी अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में इसी भूमिका में काम कर रही है. वहीं कंपनी के महाप्रबंधक सौरभ मूले ने बताया कि उनकी कंपनी विराट रामायण मंदिर के निर्माण की गुणवत्ता, संरक्षा, डिजाइन, टाइम लाइन आदि का पर्यवेक्षण करेगी.
140 एकड़ में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा मंदिर
अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम-जानकी मार्ग पर स्थित विराट रामायण मंदिर 140 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है. यहां का मुख्य मंदिर 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा है. मंदिर में 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोलाकार शिवलिंग भी स्थापित होगा. विश्व का यह सबसे बड़ा शिवलिंग होगा जिसमें एक हजार छोटे शिवलिंग भी होंगे. मंदिर में कुल 22 देवालय और 12 शिखर हैं, जिनमें दूसरा बड़ा शिखर 198 फीट का है. बता दें कि पूर्वी चंपारण के कैथवलिया में बनने वाले विराट रामायण मंदिर का भूमि पूजन 2012 में किशोर कुणाल ने किया था. उसके बाद 2022 में इसका शिलान्यास किशोर कुणाल के द्वारा किया गया.
अयोध्या के राम रसोई में रात नौ बजे तक भोजन
किशोर कुणाल ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करने जाने वाले भक्तों को वहां राम रसोई जरूर दिखती है. यह राम रसोई पटना के हनुमान मंदिर ट्रस्ट की ओर से संचालित किया जाता है. जहां प्रतिदिन देश भर से आने वाले तीन से चार रामभक्तों को बिहारी शैली में मुफ्त में सालों भर स्वादिष्ट भोजन कराया जाता है.
अयोध्या आने वाले लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा में होने वाले भीड़ व श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो इसलिए अब 15 जनवरी से 15 फरवरी कुल एक महीने तक सुबह नौ से रात नौ बजे तक श्रद्धालुओं को भोजन दिया जायेगा. एक महीने बाद अपने पुराने समय सुबह नौ से दोपहर 3:30 बजे तक चलता रहेगा.