Bihar:सहरसा में एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. सदर थाना एवं बनगांव थाना क्षेत्र की सीमा पर स्थित रहुआ नहर के समीप पूर्व से घात लगाए दो अज्ञात अपराधियों ने सहरसा से बरियाही जा रहे एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक की पहचान बरियाही निवासी बालमुकुंद गुप्ता के बड़े पुत्र 48 वर्षीय सरोज गुप्ता के रूप में की गयी है. जो सहरसा में ही रहकर अध्यापन कार्य के लिए बरियाही रोज आया-जाया करते थे.
शिक्षक की गोली मारकर हत्या
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को भी शिक्षक सरोज गुप्ता रोज की तरह सुबह अपने विद्यालय के लिए बाइक से सहरसा से बरियाही जा रहे थे. जहां बनगांव थाना और सहरसा थाना क्षेत्र की सीमा वाले इलाके में पूर्व से ही घात लगाए दो अपराधियों ने दो गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. शिक्षक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. घटना के बाद लोगों ने लूटपाट के उद्देश्य से गोली मारने की आशंका जाहिर की, लेकिन मृतक के पास रखे 45 हजार नगदी सहित मोबाइल और बाइक को अपराधियों ने छूआ तक नहीं है. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अज्ञात अपराधी सिर्फ हत्या की मकशद से ही पूर्व से घात लगाए हुए थे.
पुलिस सीमा विवाद में उलझी, एक घंटे बाद मौके पर पहुंची
थाना क्षेत्र के विवाद के कारण घटना के एक घंटा बाद सदर थाना पुलिस और बनगांव थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. घटना लगभग सुबह 6 बजे होने के बाद राहगीरों द्वारा आसपास के लोगों को घटना होने की जानकारी दी गई. इसके बाद स्थानीय लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की सूचना सबसे पहले 112 नंबर पर दी. उसके बाद सदर थाना पुलिस और बनगांव थाना पुलिस को भी हत्या की सूचना दी गयी. लेकिन दोनों थाना की पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही और ससमय घटनास्थल पर नहीं पहुंची. लगभग 1 घंटा बाद सदर थाना एवं बनगांव थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची.
डीएसपी भी मौके पर पहुंचे..
बनगांव थाना की पुलिस के द्वारा सदर थाना पुलिस का मामला बताते हुए शव को सदर थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस मौके पर से बरामद दो गोली का खोखा भी साथ लेकर गई. सदर थाना पुलिस एवं बनगांव थाना पुलिस शव को सहरसा लेकर गयी. उसके बाद घटनास्थल का निरीक्षण करने डीएसपी आलोक कुमार पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे व घटना होने की जगह का मुआयना किया.
विवादों में रहा है मृतक का परिवार
बरियाही निवासी बालमुकुंद गुप्ता के चार पुत्रों में तीन पुत्र घर पर ही रहते थे. मृतक सबसे बड़ा पुत्र सरोज गुप्ता था. जो सहरसा में ही अपने एक महिला मित्र के साथ रहता था. कहा जाता है कि उसने महिला मित्र से शादी भी कर ली थी. लेकिन उसके परिवार वाले इसको मानने के लिए तैयार नहीं थे. जिसके कारण वह सहरसा में ही रहकर अपने विद्यालय बरियाही आया जाया करते थे. पिछले वर्ष भी बालमुकुंद गुप्ता के छोटे पुत्र निरज कुमार को भी सहरसा से बरियाही जाने के दौरान देर शाम अज्ञात अपराधियों ने रिफ्यूजी काॅलनी के समीप गोली मार दी थी और उसकी हत्या कर दी थी. उसमें भी पारिवारिक जमीन विवाद को लेकर घटना होने की बात बताई जा रही थी.