Bihar Politics: कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर बिहार में सियासत अपने चरम पर है. यहां चुनाव तो जदयू प्रत्याशी और बीजेपी प्रत्याशी के बीच है. लेकिन चुनाव में राजद ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. जदयू के वरीय नेताओं के साथ बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इन सब के बीच बीते बुधवार को तेजस्वी यादव ने कुढ़नी के तुर्की में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने एक इमोशनल कार्ड खेला. खुले मंच से लालू यादव की खराब सेहत के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए तेजस्वी ने कहा कि- बीजेपी की वजह से लालू यादव को अधिक दिनों तक जेल में रहना पड़ा था. जिस वजह से उनकी सेहत बिगड़ती चली गयी.
चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘लालू जी इस समय यहां रहना चाहते थे लेकिन वह सिंगापुर में हैं. वहां उनका किडनी ट्रांसप्लांट होना है. उन्होंने मुझे आप सभी को संदेश देने के लिए कहा है कि वह भारतीय जनता पार्टी की हार चाहते हैं.’
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि ‘5 दिसम्बर को मेरे पिता का किडनी ट्रांसप्लांट होगा, तो होश में आने के बाद वह सबसे पहले यही पूछेंगे कि कुढ़नी में क्या हुआ. इसलिए कुढ़नी में जेडीयू की जीत तय कीजिए.’ तेजस्वी ने जनता से भावुक अपील करते हुए कहा कि- मैं तीन दिसंबर को सिंगापुर जा रहा हूं. पांच को लालू जी का ऑपरेशन है. हम चाहते हैं कि वह जब ऑपरेशन के बाद होश में आएं और कुढ़नी के बारे में पूछे तो हम बता सकें कि कुढ़नी की जनता हमें ही प्यार देगी.
तेजस्वी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमलोग सबको साथ लेकर चलने वाले लोग हैं. सबका एक साथ विकास करेंगे. महागठबंधन की सरकार समाज के हर तबके के बारे में सोचती है. कुढ़नी की जनता हमारा साथ देंगी तो हम बहुत आगे तक जाएंगे. तेजस्वी ने जदयू को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि ‘आप चुप चाप तीर छाप को वोट दीजिएगा’
तेजस्वी ने आगे कहा बीजेपी की बदले की राजनीति कर रही है.जिस दिन हम सदन में विश्वासमत प्राप्त कर रहे थे, उस दिन भी हमारे लोगों के घरों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही थी.उन्होंने दावा किया कि बीजेपी बिहार को सांप्रदायिक द्वेष के अखाडे़ में तब्दील करना चाहती है. इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए अगस्त में बीजेपी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन से अलग होने के नीतीश कुमार के फैसले का जिक्र करते हुए कहा-हम उन्हें उनके साहसिक कदम के लिए धन्यवाद देते हैं और इससे हमारी उन शक्तियों के खिलाफ लड़ाई मजबूत हुई है जो संविधान को नष्ट कर रही हैं और राष्ट्रीय संपत्ति को निजी हाथों में बेच रही है.