पटना. राजद नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव भाजपा की संख्या बल को देखकर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री की मणिपुर मामले में चुप्पी को लेकर लाया गया है. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि वहां (दिल्ली) आज अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है, वो थोड़ी ना इस बात को साबित करने के लिए हो रही है कि किसके पास कितनी संख्या है, बात तो ये हो रही है कि मणिपुर को लेकर प्रधानमंत्री मौन धारण क्यों किए हुए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि बात हो रही है कि मणिपुरी यदि जलता है तो भारत जलता है. प्रधानमंत्री मौन हैं, कैसे हो रहा है. क्या हो रहा है, नहीं हो रहा है. किसी भी चीज को लेकर वह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
इन बयानों से उनका संसकार झलकता है
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे परिवार को कोई गाली दे या ना दे, हमको क्या फर्क पड़ रहा है. देख लीजिए क्या उन लोगों का संस्कार है. जनता देख रही है जितना गाली पड़ता है, उतना हम मजबूत हो रहे हैं. भाजपा के लोग हमारे परिवार को जितनी पता नहीं यह लोग क्या बोलते रहता है. सच से इसका कोई लेना-देना है. क्या बोले ना बोले, आप लोग तो जान ही रहे हैं ना इन लोगों का क्या काम है? भाजपा के तरफ से इंडिया गठबंधन को घमंडिया गठबंधन कहे जाने को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि इन्हीं बातों से हो भाजपा का संस्कार मालूम चलता है. भाजपा का यह संस्कार है देख लिजिए वो लोग किसी तरह की बात करते हैं, हम तो उन्हीं बातों पर विशेष धयान नहीं देते हैं. कहने दिगिए उनको जो भी कहना है.
हमको कोई फर्क नहीं पड़ता
लोकसभा में आज अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जोरदार बहस जारी है. इस दौरान भाजपा के कई सांसद राजद परिवार के साथ जेडीयू का गठबंधन बनाने को लेकर सवाल उठाया गया और राजद परिवार को लेकर कई तरह की बातें कही गई. अब इन्हीं आरोपों को लेकर तेजस्वी यादव से सवाल किया गया है तो उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि हमारे परिवार को कोई गाली दे या ना दे हमको क्या फर्क पड़ रहा है. जनता सबकुछ देख रही है. हमें जितना गाली पड़ता है उतना हम मजबूत होते हैं. देख लीजिए क्या उन लोगों(भाजपा ) का संस्कार है.
अब 12 सितंबर को होगी सुनवाई
इस बीच, रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन और फ्लैट रजिस्ट्री कराने के मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई की तरफ से दायर किए गए चार्जशीट पर होने वाली सुनवाई आज टल गई. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में आज मामले की सुनवाई होनी थी. सीबीआई ने बीते 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था. सीबीआई द्वारा तेजस्वी के खिलाफ दायर चार्जशीट पर अब 12 सितंबर को सुनवाई होगी.
चार्जशीट एक्सेप्टबल होने पर लेना होगा बेल
अगली सुनवाई में ये तय होगा कि चार्जशीट एक्सेप्टबल है या नहीं. अगर कोर्ट तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट स्वीकार कर लेता है तो उन्हें इस मामले में बेल लेनी पड़ेगी. आज सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि अभी लालू यादव और तीन रेलवे अधिकारियों के खिलाफ केस चलाने के लिए केंद्र सरकार से इजाजत नहीं मिली है. सीबीआई ने इसके लिए कोर्ट से एक महीने का समय मांगा, जिसपर कोर्ट ने 12 सितंबर को सुनवाई की तिथि निर्धारित कर दी.
लालू के रेलमंत्री रहते हुआ था घोटाला
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे की नियुक्त में एक बड़ा घोटाला हुआ था. इस घोटाले की जांच का जिम्मा सीबीआई को मिला था. सीबीआई की जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने रेलवे में नौकरी देने के एवज में लोगों से जमीनें और फ्लेट रजिस्ट्री कराया था. जमीनों और फ्लैट की रजिस्ट्री लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी, उनकी बड़ी बेटी मीसा भारत, हेमा यादव और तेजस्वी यादव के नाम से कराई गई थी. इस मामले में सीबीआई के साथ-साथ ईडी भी मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही है। इस मामले में सीबीआई लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जिसमें उन्हें बेल मिल चुकी है. पिछले दिनों सीबीआई ने तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिस पर आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी है.