Varanasi News: विकासशील इंसान पार्टी के सुप्रीमो और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने गुरुवार को सूजाबाद में निषाद आरक्षण अधिकार जनचेतना रैली को संबोधित किया. इस दौरान बिहार सरकार के पशुधन और मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि आरक्षण नहीं तो किसी से गठबंधन या किसी का समर्थन नहीं. वीआईपी का उदय निषाद आरक्षण आंदोलन से हुआ है. इसका मकसद निषाद समुदाय के मल्लाह, केवट, बिंद, कश्यप, धीवर, गोड़िया आदि को अनुसूचित जाति का आरक्षण दिलाना है. गिड़गिड़ाने से किसी को दया नहीं आती है. आरक्षण हमारा अधिकार है.
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मुकेश सहनी ने कहा आरक्षण पाने के लिए अपनी ताकत को मजबूत करना होगा. अपने वोट की कीमत पहचाननी होगी. दिल्ली, बंगाल, ओडिशा में 1950 से निषाद समाज की जातियों को अनुसूचित जाति का आरक्षण मिला हुआ है. उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्यप्रदेश की निषाद जातियों को आरक्षण क्यों नहीं दिया गया है? जब एक देश, एक संविधान है तो निषाद जातियों को अलग-अलग श्रेणियों में क्यों रखा गया है? उन्होंने कहा कि 2014 से 2018 तक निषाद विकास संघ के माध्यम से बड़े-बड़े धरना-प्रदर्शन, रैली करके आरक्षण मांगी गई. लेकिन किसी सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है.
आदरणीय प्रधानमंत्री जी जब 2014 में वाराणसी चुनाव लड़ने आए थे तो कहा था कि मां गंगा ने बुलाया है और अपने को चाय बेचने वाला बताया. हम तो असली गंगापुत्र हैं, जब चाय वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो 2022 में नाव वाला विधायक क्यों नहीं बन सकता?
मुकेश सहनी, सुप्रीमो, विकासशील इंसान पार्टी
मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में बहुमत के समीकरण में जितना महत्व भाजपा के 74 सीटों का है, उतना ही महत्व वीआईपी के 4 विधायकों का है. 74 विधायकों के हटने से बिहार सरकार गिर जाएगी और 4 विधायकों के हटने से भी बहुमत खो देगी. उन्होंने कहा कोई राम को मानता है, कोई रहीम को, हम फूलन देवी जी को मानने वाले हैं. हमारे लिए पूजनीया और आदर्श फूलन देवी जी हैं. हमने उनकी 20वीं पुण्यतिथि पर उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा पर सरकार ने नहीं माना.
मुकेश सहनी ने जिक्र किया कि उन्हें सूजाबाद गांव में माल्यार्पण करने आना था पर उत्तर प्रदेश सरकार के इशारे पर यूपी पुलिस ने उन्हें बाबतपुर एअरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया. हमने भी निर्णय लिया है हम फूलन देवी जी को गांव-गांव पहुंचाएंगे. उत्तर प्रदेश में फूलन जी की 50 मूर्तियां, 5 लाख लॉकेट और 10 लाख कैलेंडर बंटवाएंगे. यूपी में 169 सीटों को चिन्हित किया गया है, जहां मजबूत निषाद वोट बैंक है. जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर मिशन-2022 में प्रत्याशी उतारकर मजबूती से लड़ेंगे.
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सूजाबाद से मुकेश सहनी ने ऐलान किया कि आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं. प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने जनचेतना रैली को संबोधित करते हुए कहा कि निषाद समाज को कमजोर नहीं मजबूत, याचक नहीं शासक बनाने के लिए वीआईपी आई है. मिशन-2022 में भाजपा का साथ तभी देंगे, जब वो चुनाव से पूर्व निषाद जातियों को एससी आरक्षण का राजपत्र और शासनादेश जारी करेगी. भाजपा ने वादा पूरा नहीं किया तो वीआईपी मिशन-2022 में अकेले या समान विचारधारा की पार्टी से गठबंधन करेंगे.
(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)