मुजफ्फरपुर से मोतिहारी-नरकटियागंज रूट से नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन संख्या 02563 (वैशाली क्लोन एक्सप्रेस) को सोमवार को हाजीपुर रूट की तरफ सिग्नल देकर रवाना कर दिया. स्टेशन मास्टर को जब गलती का एहसास हुआ. तब आनन-फानन में ट्रेन को रोकते हुए बैक कराया. तब तक ट्रेन जंक्शन से स्टार्टर पैनल को पार कर चुकी थी. घटना सुबह पौने ग्यारह बजे के आसपास की है. गलती का एहसास के बाद ट्रेन को दोबारा जंक्शन पर बैक कराया. इस बीच ट्रेन में बैठे यात्री भी कुछ देर के लिए घबरा गये. इसमें लगभग 20-25 मिनट का समय लगा. आगे की बजाय ट्रेन के पीछे होने से यात्रियों के बीच भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी.
हालांकि, अनाउंसमेंट कर ट्रेन को कुछ देर के भीतर ही 11.14 बजे मोतिहारी-नरकटियागंज रूट से होते हुए नई दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया. घटना की जानकारी जब सोनपुर व पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों को हुई. तब जांच टीम गठित करते हुए ड्यूटी में तैनात पैनल ऑपरेटर अजित कुमार एवं पैनल प्रभारी राम कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
रूट बदलकर ट्रेन के रवाना होने की जानकारी मिलते ही जंक्शन पर तैनात रेल कर्मचारी से लेकर अधिकारियों तक में खलबली मच गयी. पूरे दिन तरह-तरह की चर्चाएं होती रही. आरपीएफ की तरफ से भी एक रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेजी गयी है. दूसरी रिपोर्ट, परिचालन विभाग ने सोनपुर मंडल को भेजा है.
बनारस डिवीजन में भटनी यार्ड में टीटीआर कार्य के लिए मेगा ब्लॉक के कारण मुजफ्फरपुर- छपरा ग्रामीण के स्थान पर-नरकटियागंज-गोरखपुर कैंट के रास्ते वैशाली क्लोन एक्सप्रेस को डायवर्ट किया गया था. ट्रेन बरौनी से अपने नियत समय यानी सुबह 07.40 बजे खुली. 69 मिनट विलंब से मुजफ्फरपुर जंक्शन पर यह गाड़ी 10.39 पर पहुंची. रूट में हेराफेरी के बाद ट्रेन को दोबारा 11.14 बजे नरकटियागंज साइड के लिए स्टार्टर सिग्नल देकर रवाना किया गया.
यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर बनारस से जयनगर के लिए एक वनवे स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है. यह ट्रेन बनारस से मंगलवार चलेगी. यह जानकारी पूमरे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि 05084 बनारस-जयनगर वन वे स्पेशल बनारस से 20:30 बजे खुलेगी और बुधवार को 08:30 बजे जयनगर पहुंचेगी. इसमें थर्ड एसी के तीन व स्लीपर के 20 कोच होंगे.
दानापुर-जयनगर इंटरसिटी पर सोमवार को कुढ़नी व रामदयालु नगर स्टेशन के बीच तुर्की के आसपास पथराव की घटना घटी. सूचना के बाद हरकत में आये रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के पुलिस कर्मियों ने जांच-पड़ताल शुरू की है. घटनास्थल पर पहुंच जब मामले की गहराई से तहकीकात की गयी, तब पता चला कि कुछ बच्चे खेल रहे थे. खेलते-खेलते कुछ नाबालिग बच्चों ने पत्थर चला दिया. इस पथराव में किसी यात्री को चोट नहीं लगी है. आरपीएफ की टीम घटनास्थल के आसपास के गांव में पहुंच ट्रेन पर पथराव आदि नहीं करने को लेकर बच्चों के बीच जागरूकता अभियान चलाया. आरपीएफ इंस्पेक्टर मनोज कुमार यादव ने बताया कि जागरूक किया गया है. कुछ बच्चे खेल रहे थे. इसी दौरान खेलते-खेलते किसी ने ट्रेन के ऊपर पत्थर चला दिया था. इस घटना में किसी को कोई चोट आदि नहीं लगी है.
मधुबनी. झंझारपुर-निर्मली रेलखंड पर किसनीपट्टी के निकट सोमवार को सुबह सहरसा से लहेरियासराय जाने वाली सवारी गाड़ी की चपेट में आने से दो महिलाओं की मौत हो गयी. घटना घोघरडीहा-किसनीपट्टी रेलवे पुल से पूरब की है. उनकी पहचान घोघरडीहा थाने के बसुआरी निवासी स्व सुमरित यादव की पत्नी जिबछी देवी (60) एवं राजेन्द्र यादव की पत्नी प्रमिला देवी (58) के रूप में हुई है.
जानकारी के मुताबिक दोनों महिलाएं पशु चारा के लिए बधार जा रही थीं. इसी बीच ट्रेन की आवाज सुनाई दी. दोनों पटरी के बगल में खड़ी हो गयीं. द्रुतगति ट्रेन ने दोनों महिलाओं को अपनी चपेट में ले लिया. दोनों महिलाएं ट्रेन से टकराने के बाद पटरी से काफी दूर जाकर गिरीं. जिबछी देवी की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. गंभीर रूप से घायल प्रमिला देवी को इलाज के लिए घोघरडीहा में निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया, वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति देखते हुए बेहतर इलाज के लिए दरभंगा रेफर कर दिया. रास्ते मे ही उसकी मौत हो गई. सूचना पर घोघरडीहा पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति का मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा. परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया.