बिहार में औंटा-सिमरिया सिक्स लेन गंगा पुल सहित सिमरिया से खगड़िया तक फोरलेन एनएच का निर्माण अगले साल पूरा होने की संभावना है. इसके साथ ही वाहन दौड़ने लगेंगे. वहीं इन दोनों परियोजनाओं का निर्माण पूरा होने पर महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा. साथ ही उत्तर से दक्षिण बिहार आने-जाने वालों को सुविधा होगी.
सूत्रों के अनुसार औंटा-सिमरिया सिक्सलेन गंगा पुल का एप्रोच सहित करीब 8.15 किमी लंबाई में करीब 1161 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण हो रहा है. इसका निर्माण अगस्त 2018 में शुरू हुआ था और इसे दिसंबर 2022 में पूरा होने की संभावना थी. कोराना संकट में काम अटकने की वजह से इसके निर्माण में देरी हुई है. अब इसे अक्टूबर 2024 तक पूरा होने की संभावना है.
वहीं सिमरिया से खगड़िया एनएच-31 को करीब 60.23 किमी लंबाई में करीब 567 करोड़ की लागत से फोरलेन सड़क का निर्माण हो रहा है. इसे बनाने के लिए एजेंसी को अक्टूबर 2016 में अनुमति दी गई थी और इसे अप्रैल 2019 में पूरा होने की संभावना थी. हालांकि इस सड़क के बनने में पहले जमीन अधिग्रहण और बाद में कोरोना संकट की वजह से विलंब हुआ है. अब इस सड़क को पूरा करने की समय सीमा दिसंबर 2023 तय की गई है, लेकिन 2024 में सड़क निर्माण होने की संभावना है.
राज्य में सीतामढ़ी और पश्चिम चंपारण जिले में एनएच-227एफ चकिया-बैरगिनिया का करीब 37 किमी लंबाई में दो लेन पेव्ड सोल्डर के साथ निर्माण करने के लिए केंद्र सरकार ने बुधवार को करीब 610.78 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है. यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दी. इस सड़क के बन जाने से बैरगनिया से होकर नेपाल सीमा तक जाने में आसानी होगी. मंत्रालय से इस सड़क की मंजूरी मिलने के बाद निर्माण एजेंसी द्वारा इसी महीने से निर्माण शुरू किये जाने की संभावना है. साथ ही इस सड़क को 2024 तक बनकर तैयार होने की संभावना है.