बीपीएससी: राजधानी पटना के गर्दनीबाग इलाके में इन दिनों बीपीएससी अभ्यर्थी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थी 13 दिसंबर को बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में धांधली का आरोप लगा परीक्षा को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, आयोग ने किसी भी तरीके के पेपर लीक होने की आशंका से इंकार किया है. बता दें कि अभ्यर्थियों का प्रदर्शन कोई नया नहीं है. उन्होंने पहले बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की आशंका को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. जिसके बाद बैकफुट पर आए आयोग को सफाई देनी पड़ी थी कि वह इस परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन नहीं लागू करने जा रहा है. आयोग की सफाई के बाद मामला कुछ देर के लिए शांत तो हुआ लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं हो पाया. वहीं, अब बीपीएससी के मुद्दे को लेकर राजनीति तेज हो गई है. ऐसे में हम आपको इस घटना के बारे में परत दर परत जानकारी देंगे कि इस पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है.
6 दिसंबर को पहली बार पुलिस ने BPSC अभ्यर्थियों पर चलाई लाठी
तारीख 6 दिसंबर सुबह के 9 बजे, राजधानी पटना के बेली रोड पर नॉर्मलाइजेशन के विरोध में बीपीएससी के अभ्यर्थी इकट्ठा होकर हंगामा करने लगे. शहर के बीचो-बीच इस तरह के प्रदर्शन की जानकारी होते ही प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. वहां उन्हें पता चला कि अभ्यर्थी बीपीएससी की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू होने की संभावना को लेकर हंगामा कर रहे हैं. इस पर अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की. लेकिन अभ्यर्थियों ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया और हंगामा जारी रखा. ऐसे में रास्ते को खाली कराने के लिए पुलिस को मजबूरी में लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस के एक्शन से रास्ता खाली हो गया और अभ्यर्थी गर्दनीबाग इलाके में इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे.
अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए खान सर
बीपीएससी के अभ्यर्थियों के पर हुए लाठीचार्ज की घटना के बाद उसी दिन शाम को बिहार के फेमस टीचर खान सर उनके प्रदर्शन में शामिल होने के लिए गर्दनीबाग पहुंच गए. वहां अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक नॉर्मलाइजेशन खत्म नहीं होगा तब तक आंदोलन चलेगा. मैं अभ्यर्थियों का साथ दूंगा. नॉर्मलाइजेशन जब रद्द होगा तब वापस जाएंगे. हम खुद यहीं रहेंगे. हालांकि इस दौरान पुलिस ने उन्हें कुछ देर के लिए अपनी हिरासत में लेकर छोड़ दिया.
BPSC ने जारी किया नोटिफिकेशन
मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोग ने 6 दिसंबर देर रात नोटिफिकेशन जारी किया. आयोग द्वारा जारी किए गए नए नोटिफिकेशन में नॉर्मलाइजेशन की बात को बेबुनियाद बताया गया. इसके साथ ही आयोग ने एक बार फिर से कंफर्म किया कि परीक्षा अपने तय समय पर ही होगी. इसके बाद अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने के लिए अपने-अपने घर चले गए.
13 दिसंबर को आमने-सामने आ गए अभ्यर्थी और पटना के DM
नॉर्मलाइजेशन का मामला शांत होने के बाद 13 दिसंबर को पूरे बिहार के 912 सेंटरों पर बीपीएसी की परीक्षा संपन्न हुई. लेकिन अभ्यर्थियों ने दावा किया कि परीक्षा का पेपर दोपहर में ही लीक हो गया था. यह बात जैसे ही फैली अभ्यर्थी हंगामा करने लगे. जिसके बाद अभ्यर्थियों को समझाने के लिए खुद पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह सामने आए. लेकिन हंगामा कर रहे अभ्यर्थी मानने के लिए तैयार नहीं हुए. इस दौरान उन्होंने एक अभ्यर्थी को थप्पड़ मार दिया. जिसके बाद बवाल मच गया और अभ्यर्थियों ने पेपर में धांधली होने का आरोप लगाकर पेपर रद्द करने की मांग शुरू कर दी.
आयोग ने किया दोबारा परीक्षा लेने का ऐलान
अभ्यर्थियों की तरफ से बापू परीक्षा केंद्र में तोड़फोड़ की घटना के बाद बीपीएसी ने उस केंद्र पर फिर से परीक्षा लेने का ऐलान किया. हालांकि इस दौरान आयोग ने साफ कर दिया कि यह परीक्षा सिर्फ उन्हीं अभ्यर्थियों को देनी होंगी. जिन्होंने बापू परीक्षा केंद्र में परीक्षा दिया था. दोबारा परीक्षा के लिए आयोग ने 4 जनवरी की तारीख का ऐलान भी कर दिया. इस पर अभ्यर्थियों ने पूरी परीक्षा को फिर से कराने की मांग कर दी और मांग पूरी न होने पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.
अभ्यर्थियों को मिला राजनेताओं का समर्थन
हालांकि यह सब घटना जिस वक्त हो रही थी. उसी दौरान इस मुद्दे पर पूरे बिहार की राजनीति गरमा गई. सत्तारूढ़ एनडीए के नेताओं ने परीक्षा में किसी भी धांधली के न होने का दावा किया तो विपक्ष ने पेपर लीक को ही मुद्दा बना दिया. प्रदेश के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तो यहां तक दावा कर दिया कि अगर कोई भी पेपर लीक का एक ठोस सबूत लाकर दे देगा तो पूरी परीक्षा रद्द कर दी जाएगी. वहीं, प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने धरना स्थल पर पहुंचकर अभ्यर्थियों की मांगों का समर्थन कर दिया. इसी कड़ी में पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव भी मंगलवार 24 दिसंबर को छात्रों के बीच पहुंचे और उन्होंने कहा कि अगर आयोग छात्रों की मांग नहीं मानी तो 1 जनवरी को पूरे बिहार में बंद होगा. वहीं, जन सुराज ने भी अभ्यर्थियों के मांग का समर्थन करने का ऐलान किया.
25 दिसंबर शाम 5 बजे पुलिस ने फिर से किया लाठीचार्ज
अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से धरना दे रहे बीपीएससी अभ्यर्थी बुधवार 25 दिसंबर शाम 5 बजे बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे. पुलिस ने पहले उनको रोकने का प्रयास किया. ये जब नहीं माने तो इन पर लाठीचार्ज कर दिया. बीपीएससी अभ्यर्थियों का कहना है कि पुलिस ने हम लोगों को अपराधी की तरह दौड़ा दौड़ाकर पीटा है.
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