Year Ender 2020: आज बात करते हैं साल 2020 के उन नेताओं की जिन्होंने अपने बूते बिहार की राजनीति को नई दिशा दी. आने वाले साल में उन नेताओं से काफी उम्मीदें हैं. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम बिहार चुनाव में महागठबंधन के सीएम फेस रहे तेजस्वी यादव का है. बिहार चुनाव में राजद, कांग्रेस, लेफ्ट पार्टियों के महागठबंधन को सत्ता तक पहुंचाने का जिम्मा तेजस्वी ने उठाया. राघोपुर सीट से चुनाव जीतने वाले तेजस्वी यादव ने धुआंधार प्रचार किया था. जनता के बीच महागठबंधन की सरकार में कई वायदे पूरे करने की बात की. विकास, पलायन और बेरोगजारी के मुद्दे को उठाया. चुनाव में हार के बावजूद तेजस्वी यादव ने महागठबंधन को 110 सीट जीतने में मदद की थी.
Also Read: Bihar News : लालू यादव से मुलाकात के बाद एक्शन में तेजस्वी ! 21 दिसंबर को RJD उम्मीदवारों के साथ करेंगे हार पर समीक्षा
बिहार चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने भी जीत का सिलसिला बरकरार रखा. इस बार तेजप्रताप यादव ने महुआ की जगह हसनपुर सीट को चुना था. चुनाव प्रचार के दौरान लालू यादव की गैर-मौजूदगी में तेजप्रताप यादव उनकी कमी पूरी करते दिखे. ठेठ गंवई अंदाज में चुनाव प्रचार करने वाले तेजप्रताप यादव ने चुनावी मंच से बेरोजगारी और विकास को मुद्दा बनाकर एनडीए पर खूब हमले किए थे. चुनाव के रिजल्ट के बाद भी तेजप्रताप यादव का सरकार पर हमला जारी है.
चुनाव के बीच रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान ने लोजपा की बागडोर संभाली थी. खुद को पीएम मोदी का ‘हनुमान’ कहने वाले चिराग ने एनडीए से बाहर निकलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया. जेडीयू के साथ दूसरी पार्टियों ने चिराग पासवान और लोजपा पर तंज कसे. चुनावी नतीजों में लोजपा सिर्फ एक सीट पर सिमट गई. लेकिन, चिराग के मुताबिक पार्टी ने अपना लक्ष्य पा लिया. बॉलीवुड में फ्लॉप करियर के बाद बिहार में चिराग कितने रौशन होंगे? इसका पता आने वाले कल में चलेगा.
जमुई सीट से पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने वाली श्रेयसी सिंह भी उन चेहरों में शामिल हैं, जिनसे बिहार की जनता को काफी उम्मीदें हैं. नेशनल लेवल की शूटर श्रेयसी सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह की बेटी हैं. 29 साल की श्रेयसी सिंह ने चुनाव में विकास, शिक्षा और बेरोजगारी जैसे मुद्दे को उठाए थे. उन्होंने स्पोर्ट्स एक्टिविटी बढ़ाने में हरसंभव मदद देने की बात कही. अब, श्रेयसी सिंह ने वायदे को हकीकत में तब्दील करना भी शुरू कर दिया है. जमुई में स्पोर्ट्स स्टेडियम के लिए केंद्र सरकार से 11 करोड़ रुपए की मदद मिलेगी. जिले के खिलाड़ियों के अलावा जुमई की विधायक श्रेयसी सिंह भी जिला प्रशासन से स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण की मांग कर चुकी हैं.
इस बार के बिहार चुनाव में प्लुरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी ने भी खूब सुर्खियां बटोरी. चुनाव के पहले ही खुद को पार्टी की सीएम कैंडिडेट घोषित कर चुकी पुष्पम प्रिया चौधरी ने सोशल मीडिया पर #LetsOpenBihar और #30YearsLockdownInBihar जैसे कैंपेन चलाए थे. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई कर चुकी पुष्पम प्रिया चौधरी ने बिहार के विकास के लिए कई प्लान साझा किए. उन्होंने लंदन की तर्ज पर बिहार के विकास का भरोसा दिया. बिहार चुनाव में बुरी तरह हार चुकी पुष्पम प्रिया चौधरी से भी जनता को काफी उम्मीदें हैं. शायद अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव से पुष्पम प्रिया चौधरी नई शुरुआत करें. फिलहाल उनकी तरफ से कोई ऐलान नहीं हुआ है.
Also Read: Bihar News : पटना के इस होटल में पुलिस की छापेमारी, हथियार समेत 6 लोग गिरफ्तार
बिहार चुनाव में एनडीए की जीत के बाद सीएम नीतीश कुमार लगातार चौथी और सातवीं बार राज्य के सीएम बने हैं. सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने 125 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया. चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी पार्टियों ने सीएम नीतीश कुमार पर खूब हमले किए थे. लेकिन, सीएम नीतीश कुमार ने विकास के कामों का हवाला देते हुए राज्य की जनता को भरोसे में लिया. देश और बिहार की राजनीति के सबसे कद्दावर चेहरे में से एक नीतीश कुमार ने सत्ता संभालते ही कानून व्यवस्था को सख्त करने के आदेश दिए हैं. आधी आबादी के कल्याण के लिए कई घोषणाएं भी की हैं. साथ ही नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए विजन के साथ काम करने की बात भी कही है.
Posted : Abhishek.