बखरी के घाघरा पंचायत के एक युवक की बीते दिनों बेगूसराय जेल में ही संदेहास्पद मौत हो गयी. वही मौत के बाद परिवार को बिना सूचना दिए शव का पोस्टमार्टम करा उसे घर भेजने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच का आदेश दिया हैं. इसके साथ ही
CM नीतीश ने दिया उच्च स्तरीय जांच का आदेश
वहीं, पूर्व सांसद ने पूरे मामले में जेल सुप्रीटेंडेंट पर सिवालिया निशान उठाया है. उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान बताया कि इस मामले को लेकर बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बेगूसराय जेल सुप्रीटेंडेंट के इस रवैया से अवगत कराकर उच्च स्तरीय जांच की मांग किए थे. विधायक के अपील पर मुख्यमंत्री ने जेल में मौत का उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिये हैं.
अपराधिक घटना चरम पर- पूर्व सांसद
पूर्व सांसद ने बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा की बिहार के अंदर अपराधिक घटना चरम पर है. अब जेल के अंदर भी वहा के अधिकारियों के मिलीभगत से किसी की हत्या हो जा रही है. यह काफी विचारणीय विषय है. बाहर तो लोग असुरक्षित हैं ही अब जेल में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं.
कुछ दिनों पहले हुई थी युवक की मौत
ज्ञात हो कि पिछले दिनों बेगूसराय जेल में बंद बखरी के घाघरा गांव निवासी परमानंद तांती का लगभग 28 वर्षीय पुत्र रणवीर तांती की मौत जेल में संदेहास्पद स्थिति में हुई थी. मौत के बाद बिना परिजन को सूचना दिये शव का पोस्टमार्टम करवा कर डेडबॉडी को घर भेज दिया गया था.इस दौरान कई नेता प्रमुख रूप से पीड़ित परिवार से मिल प्रशासन व सरकार से उचित न्याय दिलाने की मांग किया.