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भगवान बुद्ध के 2568वें जन्मोत्सव पर शहर में हर ओर गूंजा बुद्धं शरणं गच्छामि…

Lord Buddha 2568th birth anniversary पर बुद्ध मिशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में भगवान बुद्ध की जयंती मनायी गयी.

Lord Buddha 2568th birth anniversary राजधानी में गुरुवार को भगवान बुद्ध की 2568वीं जयंती भव्यता के साथ मनायी गयी. इस दौरान अनुयायियों ने शांति का संदेश दिया और बुद्धं शरणं गच्छामि… धम्मं शरणं गच्छामि… संघम शरणम गच्छामि का मंत्रोच्चार कर बुद्ध के दिखाये गये अहिंसा, प्रेम और करुणा का संदेश दिया. इस दौरान बुद्धा स्मृति पार्क, बुद्ध कल्याण परिषद, बुद्ध मूर्ति (कदमकुआं), गौमत बुद्ध विहार (दारोगा राय पथ), विश्व बुद्ध परिषद (पूर्वी बोरिंग कैनाल रोड) सहित कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. 

मौके पर बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने भगवान बुद्ध के दिखाये अहिंसा, धम्मदेसना के मार्ग पर चलने का संदेश देते हुए कहा कि बुद्ध ने शांति और सद्भावना का जो संदेश दिया है उसकी वर्तमान दौर में विश्व को जरूरत है. सभी को साथ लेकर चलना चाहिए मात्र जयंती मनाने और प्रार्थना करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि धम्म के उपदेशों को अपने जीवन में उतारना होगा. उनके दिखाए मार्ग पर चलने से ही विश्व में शांति की स्थापना हो सकती है. यदि जीवन में आनंद प्राप्त करना हो तो हर परिस्थिति में मुस्कुराए. लाख दु:ख हो फिर भी अपनी किस्मत को न कोसें. निरंतर संघर्षशील रहकर बुद्ध के मार्ग पर चलें.

बौद्ध धर्म मनुष्य की उच्चतम नैतिक चेतना का प्रतीक
दारोगा राय पथ स्थित गौमत बुद्ध विहार में भगवान बुद्ध की 2568 वीं जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ सुशीला करमाकर, डॉ कमल प्रसाद बौद्ध एवं अरुण कात्यायन ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर पूजन वंदन, सूत्रपाठ, विश्व शांति के लिए प्रार्थना, धर्म प्रवचन कार्यक्रम किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता गौतम बुद्ध बिहार के महासचिव डॉ कमल प्रसाद बौद्ध ने किया. अरुण कात्यायन ने सूत्र पाठ किया और पंचशील पर चर्चा की. डॉ सुशील करुणाकर ने कहा कि बौद्ध धर्म मनुष्य की उच्चतम नैतिक चेतना का प्रतीक है और उसमें मानव जीवन को गंभीर समस्याओं का समाधान विद्यमान है. डॉ राजीव कुमार ने कहा कि भगवान बुद्ध ने लोकतांत्रिक समाज की स्थापना कर मानव मानव समाज के बीच सामाजिक न्याय दिलाया था. मौके पर अखिलेश कुमार, डॉ एम पाल, प्रो उपेन्द्र प्रसाद सिंह व अन्य लोग मौजूद रहे.  

आज देश में युद्ध नहीं, बुद्ध की जरूरत है : डॉ कमल बौद्ध
बुद्ध मिशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में भगवान बुद्ध की जयंती मनायी गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन भन्ते यू मंडला वर्मीज बुद्ध विहार के मुख्य भिक्षु ने किया. इस अवसर पर बुद्ध मिशन ऑफ इंडिया सचिव डॉ कमल प्रसाद बौद्ध ने कहा कि भगवान बुद्ध की वाणी आज भी प्रासंगिक है. आज देश में युद्ध नहीं, बुद्ध की जरूरत है, ताकि समाज में शांति सद्भाव स्थापित हो सके. वार्ड पार्षद आशीष कुमार सिन्हा ने कहा कि समाज में करुणा मंत्री की आवश्यकता है. अखिलेश कुमार ने कहा कि पंचशील का पालन हर मनुष्य को करना है. मौके पर बुद्ध मिशन ऑफ इंडिया के द्वारा धम्म चक्क स्मारिका का लोकार्पण किया गया. धन्यवाद ज्ञापन राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिंह ने किया. शिक्षा एवं बौद्ध धर्म के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए डॉ उमेश सिंह, राजीव पटेल, मदन प्रसाद, मुकेश कुमार, रवि रंजन कुमार, डॉ गोपाल प्रसाद, मो कमल हसन, सुषमा र्तिकी को बुद्ध शिक्षा सम्मान से शॉल, मोमेंटो एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.

बुद्ध के बताये मार्ग पर चलने का लें संकल्प : धनंजय प्रसाद
भगवान बुद्ध की जयंती ‘बुद्ध कल्याण परिषद’ बिहार के बैनर तले क्षेत्रिय भवन में मनायी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमार धनंजय प्रसाद सिंह ने किया. मौके पर वक्ताओं ने बुद्ध की जयंती के अवसर पर उनकी जीवन गाथा की चर्चा की और उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. महासचिव राठौड़ यशोवर्धन ने कहा कि गौतम बुद्ध को पाठ्यक्रम से हटा कर भुलाने की कोशिश की जा रही है. क्षत्रिय परिषद के संयोजक संजीव सिंह ने कहा कि बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय का मंत्र देने वाले महात्मा बुद्ध के साथ मानव जाति का एक नया अध्याय शुरू हुआ. विश्व के सभी धर्मों ने भरोसे को पहले रखा है सिर्फ बुद्ध को छोड़कर. मौके पर रघुपति सिंह, संजीव सिंह, हरिनारायण सिंह, महेंद्र प्रताप, हरिओम उत्तम, उदय शंकर सिंह, हरिओम उत्तम, महेन्द्र प्रताप, बालेश्वर सिंह, रोहित कुमार, लक्ष्मण प्रसाद सिंह आदि मौजूद रहे.

विश्व बौद्ध संघ परिषद, पूर्वी बोरिंग कैनाल रोड
पटना. विश्व बौद्ध संघ परिषद (पूर्वी बोरिंग कैनाल रोड) के तत्वावधान में गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर 2568 वीं बुद्ध जयंती का आयोजन किया गया. समारोह का आरंभ बौद्ध भिक्षुओं द्वारा भगवान बुद्ध के पूजा-अर्चना से हुआ. इसके बाद विश्व परिषद द्वारा संचालित शैक्षिक संस्थानों के छात्र -छात्राओं द्वारा भगवान बुद्ध के जीवन एवं चरित्र पर प्रकाश डाला गया. साथ ही रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.परिषद के महासचिव राजेश सिंह की ओर से धन्यवाद ज्ञापन किया.

गजलक्ष्मी राजयोग के सुयोग में मनी बुद्ध पूर्णिमा
पटना. वैशाख शुक्ल पूर्णिमा में गुरुवार को विशाखा नक्षत्र व परिघ योग के सुयोग में सनातन धर्मावलंबियों ने बुद्ध पूर्णिमा मनाया. बुद्ध पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर दान-पुण्य किया. फिर श्रीहरि विष्णु के संग माता लक्ष्मी की पूजा कर पुरुषसूक्त, श्रीसुक्त, शिव को जल अर्पण, दुर्गा सप्तशती का पाठ, महामृत्युंजय का जाप किया. कई घरों में सत्यनारायण प्रभु की कथा भी हुई. गुरुवार को एक साथ कई शुभ योग विद्यमान होने से बुद्ध पूर्णिमा के दिन भी पूजा-पाठ, नूतन वाहन की खरीदारी, रुद्राभिषेक, नये व्यापार का आरंभ जैसे शुभ कार्य हुआ.

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