बिहार में साइबर ठग के निशाने पर आए दिन लोग चढ़ रहे हैं. ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. कहीं फोन पर झांसा देकर ठगी की जा रही है तो कहीं आपके फोन को ही हैक करके खुद ओटीपी मालूम किया जा रहा है और साइबर ठग आपका खाता खाली कर दे रहे हैं. इसी क्रम में एक फोन पीड़ित को आया..हेलो…मैं पुलिस विभाग से बोल रहा हूं. आपका बेटा अपने दोस्तों के साथ रेप के केस में पकड़ा गया है. अगर उसे बचाना चाहते हैं तो 75 हजार रुपये देने पड़ेंगे. इसके बाद वह निर्दोष साबित हो जायेगा. पैसा नहीं देने पर उसे अभी ही जेल भेज दिया जायेगा. मुजफ्फरपुर के गोला रोड निवासी राकेश कुमार को साइबर अपराधियों ने फोन कर यह धमकी दी. साइबर ठगी के शिकार पीड़ित ने पूरी बात जब बतायी तो सभी दंग रह गए.
बेटे को बचाने के चक्कर में बन गए ठगी के शिकार
फोन पर धमकी मिलने के बाद साइबर अपराधियों की बातों में आकर हकीकत से अंजान राकेश कुमार ने उसके खाते में 25 हजार रुपये ऑनलाइन भेजा. साथ ही 25-25 हजार रुपये दो बार में बैंक जाकर ऑफलाइन उसके खाते में डिपाजिट कर दी. पैसा भेजने के बाद उन्होंने अपने पुत्र से बात की तो उसने इस प्रकार की किसी भी घटना से इन्कार किया. इससे उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ. उन्होंने साइबर क्राइम के हेल्पलाइन पर फोन कर इसकी शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद साइबर थाने में खाताधारक के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई. राकेश कुमार ने बताया कि उस व्यक्ति ने वाट्सएप पर फोन किया था. पैसे भेजने के बाद से नंबर बंद आ रहा है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. खाता के आधार पर आरोपितों की पहचान की जा रही है.
भुगतान के दौरान साइबर अटैक, 50 हजार गायब
मुजफ्फरपुर में पटना के दानापुर निवासी और वर्तमान में नयाटोला में रहने वाले रेलकर्मी रंजीत कुमार के खाते से साइबर अपराधियों ने 50 हजार रुपये की निकासी कर ली. रंजीत ने मामले को लेकर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. कहा है कि वे गेम खेल रहे थे. तभी स्क्रीन पर एक पेमेंट का सर्वर स्क्रॉल होने लगा. उसे हटाने के क्रम में उसपर क्लिक हो गया. इससे उनके खाते से 50 हजार रुपये कट गये. बाद में उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई. साथ ही साइबर थाने में मामला दर्ज कराया.
खाते से निकल गये एक लाख, वापस भी आया लेकिन कर दिया गया होल्ड
पटना में बाढ़ के नदावां के रहने वाले ज्ञानदीप मौर्य का एटीएम कार्ड चोरी कर बदमाशों ने 50 हजार की निकासी और 50 हजार की खरीदारी कर ली. उनका खाता पश्चिम बंगाल के बोलपुर में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में है. ज्ञानदीप ने तुरंत शिकायत की तो बैंक ने तुरंत इनके खाते में रकम वापस कर दिया. लेकिन इनके जिस शाखा में खाता खुली थी, वहां होल्ड कर दिया गया. जिसके कारण ये अपनी राशि को नहीं निकाल पाये. इस संबंध में उन्होंने कदमकुआं थाने में लिखित शिकायत की है. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है.
गृह रक्षावाहिनी कार्यालय के निरीक्षक के खाते से निकासी
बिहार गृह रक्षावाहिनी कार्यालय में कार्यरत निरीक्षक मनीष कुमार के खाते से साइबर बदमाशों ने 64 हजार रुपये की निकासी कर ली. उनके खाते से तीन बार में ऑनलाइन निकासी की गयी है. इस संबंध में उन्होंने पटना के कोतवाली थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. उनका खाता बैंक के बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्यालय शाखा में है.
मोबाइल ही कर लिया हैक..उड़ा लिए पैसे..
भागलपुर के गोराडीह थाना क्षेत्र में साइबर ठगों ने हैरतअंगेज वारदात को अंजाम दिया है. अपराधियों ने गोराडीह के जोगिया निवासी खाद बीज के दुकानदार राजेश कुमार की मोबाइल को हैक कर पहले उसके एसएमएस बॉक्स से ओटीपी की चोरी की फिर उसके खाते से छह लाख रुपये की निकासी कर ली. पीड़ित दुकानदार ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए साइबर थाने में आवेदन दिया है. साइबर थाना पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट गयी है.घटना 14 मार्च की है.
मोबाइल हैक करके ओटीपी ट्रांसफर करने की घटना
राजेश ने बताया कि बैंक खाते में कुल 8.63 लाख जमा था. 14 मार्च की रात 12 बजे के करीब मेरे मोबाइल पर ओटीपी आया. लेकिन मैंने न तो किसी को ओटीपी बताया न ही किसी लिंक पर क्लिक किया. उसके बाद भी तीन बार ओटीपी आने के बाद मेरे खाते से कुल छह लाख कट गया. मैंने चेक किया तो जो ओटीपी मेरे मोबाइल पर आ रहा था वह एक अनजान नंबर 9647965058 पर ऑटोमेटिकरूप से फाॅरवर्ड हो रहा था. मैंने तुरंत मोबाइल से वह अपना सिम खोल कर दूसरे मोबाइल में लगाया. तब ओटीपी तो आता था मगर ठग के नंबर पर फारॅवार्ड नहीं हुआ. तब मुझे शक हुआ की किसी ने मोबाइल हैक कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि खाते में बाकी 2.60 लाख रुपये को चेक से निकाल लिया. दुकानदार ने बताया कि पुलिस मामले के प्रति उदासीन है. जबकि घटना के तुरंत बाद उसने मामले की शिकायत पुलिस से की थी. लेकिन अब तक जालसाजों को पकड़ कर रकम की बरागदी की बात तो दूर, उनकी विधिवत प्राथमिकी तक दर्ज नहीं हो सकी है. हालांकि पुलिस ने बताया है कि मामले में छानबीन की जा रही है.