Delhi Assembly: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह शनिवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेंगे. इससे पहले आज यानी शुक्रवार को सीएम केजरीवाल ने विधानसभा में विश्वासमत का प्रस्ताव पेश किया. अब इस पर शनिवार को चर्चा होगी. गौरतलब है कि केजरीवाल ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के विधायकों को खरीदने का प्रयास किया है. केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स लिखा कि विधानसभा में आज मैं विश्वास मत रखूंगा. हालांकि उन्होंने इस कदम का उद्देश्य स्पष्ट नहीं किया. बहरहाल अब कल यानी शनिवार को सदन की कार्यवाही में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि हम देख सकते हैं कि पार्टियों को तोड़ा जा रहा है और झूठे मामले दर्ज करके अन्य राज्यों में सरकार गिराई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में वे शराब नीति मामले के बहाने AAP नेताओं को गिरफ्तार करने का इरादा रखते हैं. वे सरकार गिराना चाहते हैं. दिल्ली सरकार क्योंकि वे जानते हैं कि वे दिल्ली में कभी चुनाव नहीं जीत सकते. लोगों को यह दिखाने के लिए कि हमारा कोई भी विधायक नहीं टूटा और वे सभी बरकरार हैं, मैं एक विश्वास प्रस्ताव पेश करता हूं.
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. आज यानी शुक्रवार को उपराज्यपाल के अभिभाषण में बाधा डालने को लेकर बीजेपी के सात विधायकों को दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है. भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने गुरुवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान कई बार व्यवधान डाला था क्योंकि वे अरविंद केजरीवाल सरकार को निशाना बनाना चाहते थे. वहीं, दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने व्यवधान का मामला विशेषाधिकार समिति को भी भेज दिया है.
आम आदमी पार्टी ने की कार्रवाई की मांग
आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने इस मुद्दे पर कार्रवाई की मांग करते हुए सदन में प्रस्ताव रखा, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया. विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने गुरुवार को योजनाबद्ध तरीके से उपराज्यपाल के अभिभाषण को बाधित किया, जिससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची. उन्होंने उसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कार्रवाई की मांग की. उन्होंने नियम पुस्तिका पढ़ते हुए कहा कि विपक्षी सदस्यों के आचरण से सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. भाषा इनपुट से साभार