नयी दिल्ली : निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात को लेकर बड़ा आयोजन करने वाले मौलान साद की रिपोर्ट निगेटिव आयी है. मौलान साद के वकील ने कहा है कि वह भगोड़े नहीं और ना ही पुलिस ने उन्हें कभी मिलने के लिए बुलाया है. हमें अबतक कोई समन कॉपी नहीं मिली है.
मौलाना साद के वकील फ़ज़ाइल अयूबी ने कहा, हमें अबतक तीन नोटिस मिले हैं और हममे तीनों नोटिस का जवाब दिया है. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, मरकज और तब्लीगी जमात के लोग दिल्ली पुलिस का पूरा सहयोग कर रहे हैं. पुलिस ने हाल ही में मौलाना दफ्तरों की जांच भी की है जो निजामुद्दीन मरकज में स्थित हैं, साथ ही उनके अन्य दफ्तर व घर की भी जांच की गई है.
इस मामले में अबतक क्राइम ब्रांच ने मरकज से जुड़े 200 से भी ज्यादा लोगों से पूछताछ की है. इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो मरकज में रह रहे थे और कोरोना संदिग्ध होने या बाद में पॉजिटिव आने पर उन्हें क्वारंटीन किया गया था.इसके बाद अब वह ठीक हो रहे हैं तो क्राइम ब्रांच ऐसे कुछ लोगों से भी पूछताछ कर रही है.
मालूम हो दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहा था और पुलिस के ही कहने पर मौलाना साद का कोरोना टेस्ट करवाया गया. वकील के अनुसार साद क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो सकता है.
निजामुद्दीन मरकज में हुए कार्यक्रम के बाद देश में कोरोना संकट तेजी से बढ़ा है. मरकज में शामिल हुए हजारों लोग देश के विभिन्न राज्यों में गये और जिसके कारण देश में कोरोना संक्रमण में तेजी आयी. स्वास्थ्य विभाग ने भी माना था कि देश में तबलीगी के कारण कोरोना के केस में बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा था कि दिल्ली में मरकज के कारण कोरोना के 63 प्रतिशत केस सामने आये.
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद कांधलवी के फार्महाउस पर 23 अप्रैल को छापेमारी की. लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन कर दिल्ली में धार्मिक सभा का आयोजन करने के लिए कांधलवी पर मुकदमा दर्ज है.