दिल्ली एमसीडी चुनाव में सुल्तानपुरी ए सीट से पहली बार एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार बाॅबी किन्नर ने जीत दर्ज की है. इस जीत के साथ ही बाॅबी किन्नर या बाॅबी डाॅर्लिंग एमसीडी की पहली ट्रांसजेंडर मेंबर बन गयी हैं. एमसीडी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई ट्रांसजेंडर जीतकर आया हो. आप ने भी पहली बार एमसीडी चुनाव में किसी ट्रांसजेंडर को मैदान में उतारा था.
दिल्ली एमसीडी चुनाव के नतीजे लगभग घोषित हो चुके हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार अबतक 197 सीटों के परिणाम घोषित हो चुके हैं, जिनमें से 107 पर आम आदमी पार्टी चुनाव जीत चुकी है, जबकि भाजपा को 85 सीटों पर जीत मिली है. वहीं पांच सीटों पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई है.
बाॅबी किन्नर ने इससे पहले भी एमसीडी चुनाव में अपना भाग्य आजमाया था. बाॅबी ने 2017 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उस वक्त उन्हें जीत हासिल नहीं हुई थी. इस बार के चुनाव में बाॅबी डाॅर्लिंग को आम आदमी पार्टी ने मैदान में उतारा.
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सुल्तानपुरी इलाके में बाॅबी डाॅर्लिंग की पहचान एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में ज्यादा है. बाॅबी डाॅर्लिंग हिंदू युवा समाज एकता अवाम के एंटी टेररिज्म कमेटी के दिल्ली यूनिट की अध्यक्ष हैं. बाॅबी 38 साल की हैं और उनका जन्म सुल्तानपुरी इलाके में ही हुआ है. इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने बताया है कि ट्रांसजेंडर होने की वजह से उन्हें समाज में अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है. 14-15 साल की उम्र में उसे ट्रांसजेंडर समुदाय का हिस्सा बनना पड़ा और उसके बाद वह शादी में डांस करने का काम करने लगी.बाॅबी ने बताया कि सामाजिक कार्य करते हुए उन्होंने राजनीति तक का सफर तय किया है. बाॅबी अन्ना के आंदोलन का भी हिस्सा रहीं और यहीं से उनकी पहचान अरविंद केजरीवाल से हुई थी.