भारत इस बार जी-20 शिखर सम्मेलन का प्रतिनिधित्व कर रहा है. ऐसे में आगामी 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में इसका आयोजन होगा. शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियों का अधिकारी लगातार जायजा ले रहे है. साथ ही पूरी राजधानी को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
दिल्ली की सड़कों को पूरी तरह से साफ-सुथरा किया गया है. साथ ही सड़क किनारे जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए कई होर्डिंग बोर्ड लगाए गए है. सड़क किनारे मौजूद दीवारों की भी रंगाई कराई गई है.
भारत मंडपम को बहुत ही शानदार तरह से सजाया गया है. सजावट ऐसी है कि वहां काम कर रहे मजदूरों के हाथ भी नजारे को कैमरे में कैद करने को मजबूर है.
सड़क की हेडलाइट को रौशनीदार कर दिया गया है. खंभों को तिरंगे की खूबसूरती में बुना गया है. वहीं, कई दीवारों पर भारत का तिरंगा नजर आ रहा है.
इस वैश्विक आयोजन की तैयारियों के तहत, बाढ़ और सिंचाई विभाग एवं लोक निर्माण विभाग सहित दिल्ली सरकार के विभिन्न विभाग, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और केंद्र सरकार की कई एजेंसियां काम कर रही हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों को लेकर की गई टिप्पणी के लिए उप राज्यपाल वी.के.सक्सेना को शनिवार को आड़े हाथ लेते हुए उनसे कहा कि आरोप-प्रत्यारोप में उलझने के बजाए एक टीम की तरह काम करें ताकि सफल आयोजन सुनिश्चित किया जा सके.
उप राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने शनिवार को कहा था कि यदि शहर की सरकार ने पिछले नौ साल काम किया होता तो राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों के लिए इस समय इतने प्रयास नहीं करने पड़ते.
उप राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने कहा था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जी-20 तैयारियों की केवल एक बैठक में हिस्सा लिया और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार का कोई अन्य मंत्री किसी बैठक में शामिल नहीं हुआ.
इसी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि भाजपा के अधीनगत 15 साल से रहे दिल्ली नगर निगम ने काम किया होता तो कम प्रयास की जरूरत पड़ती.
एमसीडी का कर्तव्य दिल्ली की सफाई है. हम एमसीडी में सत्ता में आने के बाद से काम कर रहे हैं. एमसीडी कर्मियों को 13 साल के बाद समय से वेतन मिलना शुरू हुआ है. अब वे प्रेरित हो रहे हैं और कड़ी मेहनत कर रहे हैं.