देश की राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने जर्जर स्कूलों का कायाकल्प कर दिया है. आपको बता दें जर्जर सरकारी स्कूलों को अब निजी स्कूलों से भी बेहतर बना दिया गया है.जिसकी वजह से दिल्ली में छात्रों और अभिभावकों का रुझान सरकारी स्कूलों की तरफ है.
जर्जर स्कूल का कायाकल्प कर निजी स्कूल से बेहतर बनाया
केजरीवाल सरकार ने शिक्षा मॉडल का शानदार उदाहरण पेश करते हुए जर्जर स्कूल का कायाकल्प किया है. स्कूल को अब निजी स्कूलों से भी बेहतर बना दिया है. जानकारी के मुताबिक बाबा बाग वाला स्कूल, नारायणा बिल्कुल जर्जर हालत में था। जिसको केजरीवाल सरकार ने नए सिरे से बनाया है. जहां पहले स्कूल की बिल्डिंग एकदम खस्ता हालत में थी. अभी स्कूल विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित है.
भूमाफियाओं से जमीन को कब्जा मुक्त बनाया जा रहा स्कूल
दक्षिण पश्चिम दिल्ली के नसीरपुर गांव में नए स्कूल का शिलान्यास किया. जिस जमीन पर स्कूल का शिलान्यास किया गया है उस जमीन पर भूमाफ़िया ने क़ब्ज़ा किया हुआ था. केजरीवाल सरकार ने इस जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया. यहां 2500 बच्चों के लिए वर्ल्डक्लास सुविधाओं वाला शानदार स्कूल बनाने का काम शुरू किया जा रहा है.
9 माह के भीतर बनेगा शानदार स्कूल
सरकार 9 महीने के भीतर इस जमीन पर एक शानदार स्कूल बिल्डिंग का निर्माण करेगी। इसमें पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के लिए खेल संबंधी सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. स्कूल में स्विमिंग पूल और स्पोर्ट्स की सुविधा भी दी जाएगी. अगले शैक्षणिक सत्र से यहां बच्चे पढ़ना भी शुरू कर देंगे. अभी यहां से पास के स्कूल में 6000 बच्चे पढ़ते हैं। नए स्कूल का निर्माण होने पर उस स्कूल पर दबाव कम होगा.
इन स्कूलों में बनायी जा रही अतिरिक्त कक्षाएं
जीबीएसएसएस,दिचाऊं कलां के नए क्लासरूम ब्लॉक में 20 नए कक्षाओं का निर्माण किया जा रहा है। गवर्मेंट को-एड एसवी, दिचाऊं कलां में 20 नई कक्षाओं वाले ब्लॉक का निर्माण कार्य चल रहा है. गवर्मेंट को-एड एसएस सेक्टर-16 द्वारका में 28 कक्षाओं के ब्लॉक का निर्माण कार्य चल रहा है. इन सभी स्कूलों में चल रहे निर्माण कार्य जुलाई के अंत तक पूरे हो जाएंगे. इसके अलावा एसकेवी गीता कॉलोनी ब्लॉक-13 के नए क्लासरूम ब्लॉक में 20 नई कक्षाओं का निर्माण किया जा रहा है. यहां अब तक 95 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। एसबीवी राजगढ़ कॉलोनी में भी 32 नई कक्षाओं वाले ब्लॉक का निर्माण कार्य 90 फीसदी हो चुका है। आरपीवीवी, गांधी नगर में 48 क्लासरूम के नए ब्लॉक का काम 87 फीसदी हो चुका है. एसकेवी, विश्वास नगर में 44 क्लासरूम के नए ब्लॉक का निर्माण 85 फीसदी हो गया जो अगस्त 2021 तक पूरा हो जाएगा.
नीति आयोग ने की सराहना
नीति आयोग ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की सराहना की है. भारत नवाचार सूचकांक 2020 में सभी राज्यों के औसतन 35.66 अंक मिले हैं. दिल्ली को सरकारी स्कूलों के ऐतिहासिक कायाकल्प के चलते 44.73 अंक दिए गए हैं. इससे केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल का पता चलता है.
Posted By: Shaurya Punj