नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गलवान घाटी पर चीन के दावे की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को सवाल किया कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार लद्दाख में अप्रैल, 2020 की यथास्थिति की बहाली पर जोर देगी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री ने जो कहा उसके विपरीत, यह स्पष्ट है कि चीनी सैनिकों द्वारा अप्रैल-जून 2020 में यथास्थिति बदल दी गयी. लोग देख रहे हैं कि क्या मोदी सरकार यथास्थिति बहाल करने में सफल होगी.”
पूर्व गृह मंत्री ने सवाल किया, ‘‘क्या भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार एक बार फिर से भारत के दावे को दृढ़ता पूर्वक सामने रखेगी और मांग करेगी कि “यथास्थिति” बहाल होनी चाहिए?” चिदंबरम ने कहा, ‘‘चीन के विदेश मंत्रालय और पीएलए ने एक बार फिर पूरी गलवान घाटी पर अपना दावा ठोक दिया है और मांग की है कि भारत घाटी को खाली कर दे. यह असाधारण मांग है’.
गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा विवाद और गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार को लगातार घेर रहा है. राहुल गांधी लगातार ट्वीट करके मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. वहीं सोनिया गांधी ने भी मोदी सरकार के फैसलों पर सवाल उठाया है.
ज्ञात हो कि 15 जून की रात को गलवान घाटी में भारत-चीन की सेना के बीच झड़प हो गयी थी जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे. शुरुआत में तो चीन अपने सैनिकों के बारे में कुछ भी नहीं कह रहा था, लेकिन बाद में उसने माना कि उसके सैनिकों की मौत हुई है. लद्दाख में भारत-चीन की सीमा पर तनाव अब भी बना हुआ है.
क्या बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार एक बार फिर से भारत के दावे को दृढ़ता पूर्वक सामने रखेगी और मांग करेगी कि “यथास्थिति” बहाल होनी चाहिए?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) June 25, 2020
खबर है कि झड़प वाली जगह पर चीन ने एक बार फिर टेंट गाड़ लिये हैं, जिसके कारण 15 जून को झड़प हुई थी. जबकि दोनों देशों के बीच जो वार्ता चल रही है उसमें बार-बार इस बात पर सहमति बन रही है कि दोनों देश अपनी सेना को सीमा से पीछे कर लेंगे.
Posted By : Rajneesh Anand