Wazirpur Assembly Election Seat History : दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होगी. मतों की गणना 8 फरवरी को होगी. वजीरपुर विधानसभा सीट दिल्ली की खास विधानसभा सीट है, जो चांदनी चौक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के राजेश गुप्ता ने 57,331 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी. बीजेपी के महेंद्र नागपाल को 45,641 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के हरिकिशन जिंदल को 3,501 वोट मिले.
इस सीट से कांग्रेस ने प्रवक्ता रागिनी नायक को टिकट दिया है. वहीं, आप अपने वर्तमान विधायक राजेश गुप्ता पर ही भरोसा इस बार भी जताया है. बीजेपी ने अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.
वजीरपुर विधानसभा सीट विधानसभा चुनाव 2015 रिजल्ट क्या था?
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के राजेश गुप्ता 61,208 वोटों के साथ विजयी हुए थे. बीजेपी के डॉ. महेंद्र नागपाल को 39,164 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के हरि शंकर गुप्ता को 8,371 वोट प्राप्त हुए थे.
वजीरपुर का इलाका क्यों है खास
उत्तरी दिल्ली में स्थित, वजीरपुर एक भीड़-भाड़ वाला इलाका है. यह अपने औद्योगिक महत्व, कमर्शियल एक्टिविटी और अच्छी कनेक्टिविटी के लिए जाना जाता है. नेताजी सुभाष प्लेस मेट्रो स्टेशन के पास यह इलाका है, जो दिल्ली की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. वजीरपुर में ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल और अन्य सहित कई तरह के उद्योग हैं, जो रोजगार प्रदान करते हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 के चुनाव का रिजल्ट क्या था?
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आम आदमी पार्टी (आप) के पक्ष में आए. अरविंद केजरीवाल की पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में वापस लौटी. इस साल आप ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि बीजेपी को महज तीन सीट मिली थी. इस साल कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के चुनाव का रिजल्ट क्या था?
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने जीत दर्ज की, लेकिन 2015 की तुलना में कुछ सीट कम आई. इस साल अरविंद केजरीवाल की पार्टी को 62 सीट मिली, वहीं बीजेपी ने 8 सीट पर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में भी कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013 के चुनाव का रिजल्ट क्या था?
आम आदमी पार्टी ने 2013 के पहले चुनाव में 28 सीटों पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी 32 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी.