Dhanbad News: हर्ल सिंदरी के मुख्य द्वार पर 18 महीनों से चार सूत्री मांगों को लेकर धरना पर बैठे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) कार्यकर्ताओं ने मुख्य द्वार समेत सभी चार गेटों को बंद कर दिया. शुक्रवार (23 फरवरी 2024) से अनिश्चितकाल के लिए आर्थिक नाकेबंदी शुरू कर दी है. इसमें सिर्फ जरूरी सुविधाओं को छूट दी गई है.
हर्ल प्रबंधन से की गई थी मांगों पर पहल करने की अपील
झामुमो धनबाद महानगर के उपाध्यक्ष रामू मंडल ने बताया कि 23 जनवरी को हर्ल सिंदरी प्रबंधन को पत्र देकर चार सूत्री मांगों पर सकारात्मक पहल के लिए हमने आग्रह किया था. इनमें स्थानीय व विस्थापितों को 75 प्रतिशत संविदा और स्थायी क्षेत्रों में नियोजन, कार्यरत श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी, कार्यरत श्रमिकों को स्थायी करने तथा आदिवासियों को यूरिया ट्रांसपोर्ट का काम देने की मांग की.
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हर्ल प्रबंधन ने नहीं की पहल, अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी शुरू
उन्होंने कहा कि अब तक इस पर हर्ल प्रबंधन की ओर से सकारात्मक पहल नहीं की गई है. इसको लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी शुरू कर दी गई है. उन्होंने यह भी बताया कि इस आर्थिक नाकेबंदी में मेडिकल, सुरक्षा व्यवस्था, बिजली सहित कई आपातकालीन सुविधाओं को नाकेबंदी से अलग रखा गया है. यानी इससे जुड़ी सुविधाएं लोगों को मिलती रहेंगी. इन विभागों के कार्यों को बाधित नहीं किया जाएगा.
सुबह चार बजे से ही हर्ल के सभी गेट को कर दिया गया जाम
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि शुक्रवार को सुबह चार बजे से ही हर्ल के सभी गेट को जाम कर दिया गया. मजदूरों को अंदर जाने से रोक दिया गया. किसी भी तरह के आवागमन को पूरी तरह से रोक दिया गया है. हर्ल गैस आधारित कारखाना होने के कारण हर्ल प्रबंधन ने जिला प्रशासन को इमरजेंसी की सूचना दे दी है.
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